कैसे चलें पैदल : ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड की समझ नहीं, इसलिए हैं अतिक्रमण का शिकार

पैदल चलने वालों की सुविधा के लिए शहर की चौड़ी सड़कों पर ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड बनाए गए हैं मगर शहरवासी इनका उपयोग आज तक नहीं समझ पाए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:55 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:55 PM (IST)
कैसे चलें पैदल : ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड की समझ नहीं, इसलिए हैं अतिक्रमण का शिकार
कैसे चलें पैदल : ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड की समझ नहीं, इसलिए हैं अतिक्रमण का शिकार

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: पैदल चलने वालों की सुविधा के लिए शहर की चौड़ी सड़कों पर ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड बनाए गए हैं, मगर शहरवासी इनका उपयोग आज तक नहीं समझ पाए हैं। दरअसल यह समझ और जागरूकता के अभाव का नतीजा है कि बहुतायत में शहरवासियों को पता ही नहीं है कि सुरक्षित सड़क यातायात के लिए ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड भी कुछ है और पैदल निकलने वालों के लिए खाली छोड़ने के स्थान पर इनका प्रयोग कहीं कबूतरों को दाना डालने के लिए किया जा रहा है तो कहीं सुंदरता बढ़ाने के लिए इनके ऊपर गमले रख दिए गए हैं। कहीं-कहीं इन्हें अनुपयोगी समझकर तोड़ दिया गया है। अब समय आ गया है कि न केवल ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड ज्यादा संख्या में बनाए जाएं, बल्कि नागरिक इनका उपयोग भी सीखें और उन्हें जागरूक भी किया जाए।

इसलिए बनाए जाते हैं ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड

प्रत्येक बड़े चौराहों पर ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड बनाया जाता है, जो सड़क के तल से कुछ ऊंचा उठा होता है। इसे इसलिए बनाया जाता है कि पैदल चलने वालों को चौड़ी सड़कें पार करने के लिए बीच में रुकने का मौका मिल जाए। एक ओर की सड़क पार करने के बाद यहां रुककर वे दूसरी ओर का यातायात रुकने पर दूसरी सड़क पार कर सकें। जागरूकता के अभाव में इनका वास्तविक उद्देश्य विफल साबित हो रहा है।

ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड की स्थिति खराब

-शहर में बने ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड की स्थिति खराब है। सेक्टर-37 कट के पास बने ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड का इस्तेमाल पक्षियों को दाना डालने के लिए किया जाता है। इस आइलैंड पर हर वक्त बड़ी मात्रा में पक्षियों के दाने पड़े होते हैं। इसलिए लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते।

-बड़खल मोड़ के पास बने ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड टूटा हुआ है। संबंधित विभाग इसकी मरम्मत की जहमत नहीं उठा रहा।

-ओल्ड फरीदाबाद चौक पर यह अतिक्रमण का शिकार हो गया है।

-अजरौंदा चौक और बाटा मोड़ पर इसके ऊपर बड़े गमले रखकर सुंदरता बढ़ाने का काम किया जा रहा है। सेक्टर-15 पुलिस चौकी के सामने बना ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड टूटा हुआ है।

- सेक्टर-15 में जिमखाना क्लब के पास चौक पर बने आइलैंड का इस्तेमाल भी पक्षियों को दाना डालने के लिए होता है।

शहर में अभी भी कई चौराहे और सड़कें ऐसी हैं जिन्हें पैदल चलकर एक बार में पार नहीं किया जा सकता। वहां ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड नहीं बनाए गए हैं। वहां इन्हें बनाया जाना चाहिए। जहां ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड अतिक्रमण का शिकार हैं या टूटे हुए हैं, वहां प्रशासन को इन्हें वापस पुराने स्वरूप में लाना चाहिए। हम भी रोड सेफ्टी आर्गेनाइजेशन की तरफ से इनके बारे में लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाएंगे। लोगों को इनका उपयोग समझाएंगे।

- एसके शर्मा, उपाध्यक्ष, रोड सेफ्टी आर्गेनाइजेशन

ट्रैफिक रिफ्यूज आइलैंड की समीक्षा कराई जाएगी। जहां अतिक्रमण है, उसे हटाएंगे। जहां टूटे हुए हैं, वहां संबंधित विभाग से कहकर नए सिरे से निर्माण कराएंगे। लोगों को भी इनके बारे जागरूक करेंगे।

- राजीव कुमार, यातायात थाना प्रभारी

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