कारखाने में 30 लाख की डकैती का मामला सुलझा, पांच बदमाश गिरफ्तार

सेक्टर-59 स्थित केबल फैक्ट्री में चौकीदार को बंधक बनाकर 30 लाख की कापर डकैती का मामला क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 की पुलिस ने सुलझा लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:04 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:04 PM (IST)
कारखाने में 30 लाख की डकैती का मामला सुलझा, पांच बदमाश गिरफ्तार
कारखाने में 30 लाख की डकैती का मामला सुलझा, पांच बदमाश गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: सेक्टर-59 स्थित केबल फैक्ट्री में चौकीदार को बंधक बनाकर 30 लाख की कापर डकैती का मामला क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 की पुलिस ने सुलझा लिया है। क्राइम ब्रांच ने डकैती करने वाले पांच बदमाशों सहित एक कबाड़ी को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में गिरीश उर्फ बंटी, पंकज, जितेंद्र, रामनरेश, संजय तथा कबाड़ी आरिफ का नाम शामिल है। आरोपितों से डकैती का अधिकतर माल बरामद कर लिया है। इनमें से मुख्य आरोपित बंटी पहले इसी फैक्ट्री में गार्ड की नौकरी कर चुका है। उसे फैक्ट्री के बारे में काफी जानकारी थी। एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण ने प्रेस वार्ता के दौरान इसकी जानकारी दी। यह था पूरा मामला :

सेक्टर-9 निवासी हिमांशु की सेक्टर-59 में राजदूत केबल नाम से बिजली की तार बनाने की फैक्ट्री है। 22 नवंबर को तड़के चार बजे फोरमैन हीरालाल फैक्ट्री पहुंचा तो चौकीदार एक कोने में पड़ा दिखा। उसके हाथ-पांव बंधे हुए थे। उसने चौकीदार के हाथ-पैर खोले तो उसने बताया कि पांच लोग पिकअप टेंपो लेकर फैक्ट्री में घुस आए। उन्होंने उसे बंधक बना लिया और करीब 30 लाख रुपये का कापर लूटकर ले गए। बदमाश फैक्ट्री से डीवीआर सहित सीसीटीवी कैमरा भी अपने साथ ले गए थे। मामले की जांच क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 के प्रभारी रविदर कुमार की टीम ने शुरू की। टीम में एसआइ तरुण, एएसआइ भूपेंद्र, सिपाही संदीप और अनिल शामिल रहे। उन्होंने अलग-अलग जगहों से बदमाशों को दबोच लिया। जल्दी अमीर होने के लिए की वारदात:

क्राइम ब्रांच के मुताबिक मुख्य आरोपित बंटी ने करीब छह महीने पहले फैक्ट्री में चौकीदार की नौकरी की थी। उसने तीन महीने के अंदर ही नौकरी छोड़ दी थी। उसे फैक्ट्री के बारे में काफी जानकारी हो गई थी। जल्दी अमीर होने के चक्कर में उसने चार साथियों संग मिलकर फैक्ट्री में डकैती की योजना बनाई। लूट के बाद उन्होंने माल एसजीएम नगर में आरिफ नाम के कबाड़ी को बेच दिया था। आरोपितों को क्राइम ब्रांच ने दो दिन की रिमांड पर लिया है। उनसे बाकी माल की बरामदगी की जाएगी। डकैती के लिए खोले चार ताले:

फैक्ट्री में कापर का काम होता है। कापर काफी महंगा आता है, इसलिए किसी वारदात से बचने के लिए फैक्ट्री मालिक कापर को चार दरवाजे और मजबूत तालों के अंदर रखता था। प्रत्येक ताले की चाबी अलग-अलग रखी जाती थी। फैक्ट्री में काम करने वाले चुनिदा लोगों को ही चाबियों की जानकारी होती थी। आरोपितों ने चारों ताले खोलकर वारदात की। इससे पुलिस को संदेह हो गया कि किसी जानकार ने ही वारदात की है, जिसे चाबियों की जानकारी थी।

chat bot
आपका साथी