मिड-डे-मील के खाते बंद अब वर्चुअल खातों पर रहेगी निगरानी

सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील के चल रहे खाते बंद कर विभाग द्वारा वर्चुअल खाते खुलवाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:26 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:26 PM (IST)
मिड-डे-मील के खाते बंद अब वर्चुअल खातों पर रहेगी निगरानी
मिड-डे-मील के खाते बंद अब वर्चुअल खातों पर रहेगी निगरानी

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील के चल रहे खाते बंद कर विभाग द्वारा वर्चुअल खाते खुलवाए जाएंगे। इसके तहत बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें भारतीय खाद्य निगम की ओर से सामान्य चावल की जगह पोषण युक्त चावल दिया जाएगा। वर्चुअल खातों में विभाग मिड-डे-मील की राशि के इस्तेमाल को अकाउंट खोलकर देख सकेंगे। यह प्रोसेस मिड-डे-मील ग्रांट के रुपये के इस्तेमाल में पारदर्शिता बरतने के लिए लागू की गई है। जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि अब वर्चुअल अकाउंट खुलने से मिड-डे-मील राशि के इस्तेमाल में पूरी तरह से पारदर्शिता रहेगी। कुपोषण से बचाने के लिए यह स्कीम शुरू की गई है। खंड शिक्षा अधिकारी बलबीर कौर ने कहा कि विभाग की इस पर सीधी नजर रहेगी। शिक्षा विभाग के पास वर्चुअल खातों में डाली पूरी राशि की जानकारी रहेगी। इन खातों के जरिये मिड-डे-मील की राशि के एक-एक रुपये का सीधा हिसाब विभाग के पास रहेगा। पता चल सकेगा कि किस स्कूल ने राशि के कितने रुपये कहां इस्तेमाल किए हैं, जबकि पुराने खातों के जरिये विभाग को हर स्कूल से अकाउंट की जानकारी मांगनी पड़ती थी। बच्चों को एफसीआइ की ओर से दिए जाने वाले पोषणयुक्त चावलों में आयरन, विटामिन बी-12, फालिक एसिड जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। इन चावलों का सेवन बच्चों को कुपोषण से बचाएगा। पोषणयुक्त चावलों में जरूरी पोषक तत्व, विटामिन और खनिज की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है। अब बच्चों को पोषणयुक्त आटे के साथ पोषणयुक्त चावल भी मिलेंगे। फिलहाल, स्कूली विद्यार्थियों को 100 ग्राम चावल व अपर प्राइमरी 150 ग्राम दिए जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने बताया कि गत वर्ष कोरोना में सरकार ने सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील में खाना बंद करवा कर सूखा राशन बंटवाना शुरू कर दिया था। इसके लिए लाकडाउन में भी अध्यापकों की ड्यूटी विद्यार्थियों को घर-घर राशन पहुंचाने की लगाई गई थी। सभी राजकीय स्कूलों में मार्च 2020 से 6 अक्टूबर 2021 तक विद्यार्थियों को सूखा राशन दिया जा दिया गया है। इस सूखे राशन में विद्यार्थियों को चावल व आटा मिलता था।

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