दूसरे दिन भी शहर जाम, चालक कर रहे त्राहिमाम
नीलम पुल के नीचे कबाड़ से पिलरों को हुए नुकसान का खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : नीलम पुल के नीचे कबाड़ से पिलरों को हुए नुकसान का खामियाजा अब कई दिनों तक हजारों वाहन चालकों को जाम में फंसकर भुगतना पड़ेगा। नीलम पुल बंद है और घटना के अगले दिन शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर बड़खल, बाटा फ्लाईओवर और ओल्ड फरीदाबाद के अंडरपास के नीचे वाहन रेंगते हुए नजर आए। जो सफर मात्र 5 मिनट का था, उसमें आधा घंटा से भी अधिक समय लगा। चूंकि नवरात्र चल रहे हैं और दुर्गा पूजा महोत्सव भी शुरू हो चुका है, दो दिन बाद दशहरा है, इसलिए इसलिए बाजारों में आवश्यक खरीदारी के चलते सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है। इससे परेशानी और अधिक बढ़ने की आशंका है। अहम है नीलम पुल
एनआइटी क्षेत्र की राष्ट्रीय राजमार्ग से कनेक्टिविटी की बात करें तो नीलम पुल काफी अहम है। इस पुल का निर्माण कार्य 1974 में शुरू हुआ था और 1979 में पूरी तरह बन कर तैयार हुआ था। समय-समय पर मरम्मत भी की जाती रही है। बृहस्पतिवार को आग लगने से इसके कुछ पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है। इस कारण सबसे अधिक एनआइटी से राजमार्ग की ओर जाने वाले वाहन चालक परेशान हैं। अब ये वाहन चालक बाटा पुल, ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास, बड़खल और सोहना फ्लाईओवर का रुख कर रहे हैं। सबसे अधिक दिक्कत बाटा फ्लाईओेवर और ओल्ड अंडरपास में हो रही है। हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह परेशानी सराय ख्वाजा से लेकर बल्लभगढ़ तक हो रही है। यातायात पुलिस के समक्ष बड़ी चुनौती
वाहन चालकों की परेशानी के साथ-साथ यातायात पुलिस के समक्ष भी बड़ी चुनौती आ गई है। दिनभर यातायात को सुचारू रूप से चलाना आसान नहीं रह गया है। हालांकि राजमार्ग और बाटा फ्लाईओवर को पार कर एनआइटी की ओर 10 पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। सबसे अधिक दिक्कत पीकआवर्स में होगी। ग्रेटर फरीदाबाद भी परेशान
शहरवासियों को तो परेशानी उठानी पड़ ही रही है, साथ में ग्रेटर फरीदाबाद की सोसायटियों में रहने वाले लोग भी दिक्कत में आ गए हैं। बाईपास से जुड़े हुए सेक्टर-16 और बड़खल वाली दोनों निर्माणाधीन रोड की हालत खराब है। ग्रेटर फरीदाबाद वासियों को गुरुग्राम की ओर जाने के लिए नीलम पुल पार करना पड़ता है। अब नीलम पुल बंद होने से परेशानी और बढ़ गई है। यातायात पुलिस के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। पुलिस आयुक्त कार्यालय से इस बात जिला उपायुक्त को पत्र लिखा गया है। उनसे पत्र में जल्द पुल के पिलर्स की मरम्मत का आग्रह किया गया है। यह भी पता किया जा रहा है कि क्या इस पुल की एक लेन को चालू किया जा सकता है।
-जयपाल सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात।