फैक्ट्री में भीषण आग, पांच कर्मी झुलसे
जागरण संवाददाता फरीदाबाद एनआइटी-3 के रिहायशी क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री में शनिवार द
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : एनआइटी-3 के रिहायशी क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री में शनिवार दोपहर भीषण आग लग गई। आग के वक्त फैक्ट्री में 80 कर्मचारी थे, जिनमें से ज्यादातर समय रहते बाहर आ गए। कुछ को फायर ब्रिगेड कर्मियों ने बाहर निकाला। इनमें पांच कर्मचारियों के झुलसने की सूचना है। उनका इलाज अलग-अलग अस्पताल में चल रहा है। एसजीएम नगर थाना पुलिस आग के कारण के साथ ही ये भी जांच कर रही है कि फैक्ट्री चलाने के लिए जरूरी अनुमति ली गई थी या नहीं। जी-टेक नाम की इस फैक्ट्री में घरेलू गैस चूल्हे के बर्नर बनते हैं।
आग लगने के दौरान मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि दोपहर फैक्ट्री में कंटेनर डीजल के ड्रम लेकर पहुंचा था। ड्रम कंटेनर से उतारकर रखे गए। फैक्ट्री में चल रही किसी मशीन से चिगारी निकली और डीजल के एक ड्रम में आग पकड़ ली। ड्रम जोरदार धमाके के साथ फट गया। इससे पूरी फैक्ट्री में आग लग गई। आग भूतल से पहले प्रथम और फिर द्वितीय तल पर पहुंच गई। कर्मचारियों में चीख-पुकार मच गई। अधिकतर कर्मचारी बाहर आ गए। कुछ कर्मचारी प्रथम और द्वितीय तल पर फंसे रहे गए। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड और पुलिसकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला। आग से कर्मचारियों अहसान, यूनुस, राशिद, मकसूद और रवि के झुलसने की सूचना है। इनमें यूनूस की हालत गंभीर होने पर सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है। 50 फुट ऊंचाई तक पहुंची लपटें :
फैक्ट्री में आग इतनी भीषण थी कि लपटें 50 फुट ऊंचाई तक पहुंच गईं। आग के कारण डीजल के ड्रम एक के बाद एक तेज धमाके के साथ फट रहे थे और करीब 100 फुट ऊंचाई तक उछल रहे थे। आग की भीषणता देखकर आस-पास के रिहायशी क्षेत्र के निवासी भी दहशत में आ गए। उन्हें अपने मकानों की चिता सताने लगी। फैक्ट्री में ज्यादातर कर्मचारी आसपास की कॉलोनियों के निवासी हैं। आग की सूचना पर उनके स्वजन फैक्ट्री के बाहर पहुंचकर उन्हें तलाशने लगे। फायर ब्रिगेड को आग बुझाने में करीब छह घंटे का समय लग गया। मौके पर पहुंचे कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता योगेश ढींगड़ा ने ऊंची इमारतों में आग बुझाने के लिए जिले में हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म ना होने पर चिता जताई।
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फैक्ट्री के पास नहीं था फायर एनओसी :
जिला अग्निशमन विभाग के मुताबिक जिस फैक्ट्री में आग लगी है उसके पास फायर एनओसी (अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र) ही नहीं है। फैक्ट्री का नक्शा भी पास नहीं है। आग से फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों की तीन मोटरसाइकिल, एक स्कूटी, चार साइकिल और एक ठेला भी जल गए।
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हरेंद्र नागर