मैराडोना की मृत्यु पर फुटबाल प्रेमियों ने जताया शोक

जागरण संवाददाता फरीदाबाद अर्जेंटीना के महान फुटबालर डिएगो मैराडोना की दिल का दौरा पड़ने से 60 वर्ष की आयु में मौत हो गई। उनकी मौत से जिले के फुटबाल प्रेमियों में शोक की लहर है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:00 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 08:00 PM (IST)
मैराडोना की मृत्यु पर फुटबाल प्रेमियों ने जताया शोक
मैराडोना की मृत्यु पर फुटबाल प्रेमियों ने जताया शोक

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : अर्जेंटीना के महान फुटबालर डिएगो मैराडोना की दिल का दौरा पड़ने से 60 वर्ष की आयु में मौत हो गई। उनकी मौत से जिले के फुटबाल प्रेमियों में शोक की लहर है। वे मैराडोना की मृत्यु को फुटबाल जगत के लिए बड़ी क्षति बता रहे हैं। मैराडोना ने 16 वर्ष की आयु में प्रोफेशनल फुटबाल खेलना शुरू किया था। मैराडोना ने 1986 में अपनी कप्तानी में अर्जेंटीना को दूसरी बार विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। जिले के फुटबाल प्रेमियों ने उनकी फोटो वाट्सएप स्टेट एवं फेसबुक पर लगाकर मैरोडोना को श्रद्धांजलि दी है। फुटबाल प्रेमियों का कहना था कि ऐसे महान की खिलाड़ी का जन्म सदियों में एक बार होता है। वर्जन..

1986 का फुटबाल विश्वकप रात में जागकर देखा था। मैराडोना ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया था। पेले की तरह मैराडोना को भी फुटबाल का जादूगर कहा जाता था । उनकी कमी कोई पूरा नहीं कर पाएगा।

- आनंद मेहता, अध्यक्ष, जिला फुटबाल संघ पेले के बाद महान फुटबालरों में मैराडोना की गिनती होती है। उनसे अर्जेंटीना सहित विभिन्न देशों के फुटबालर ने काफी कुछ सीखा है। युवा फुटबालर को जीवन एवं खेल से प्रेरणा लेनी चाहिए।

- सरकार तलवाड़, खेल निदेशक, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान

मैराडोना जैसा महान खिलाड़ी सदियों में पैदा होता है। फुटबाल के प्रति उनके जैसी दीवानगी आज के खिलाड़ियों में देखने को नहीं मिलती है। फुटबाल खिलाड़ियों को उनके जैसा बनने का प्रयास करना चाहिए।

- महिदर भाटिया, फुटबाल खिलाड़ी

उनके जीवन से काफी प्रेरणा मिलती है। वह खिलाड़ियों के हमेशा आदर्श रहेंगे। उनके जैसी फुटबाल खेलने की तकनीक शायद ही किसी खिलाड़ी में हो।

-संजय खनेजा, सदस्य, जिला फुटबाल संघ

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