गौ माता के गोबर से तैयार पेंट से देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश

एक वक्त था जब बड़ी संख्या में लोग मिट्टी के कच्चे मकानों में रहा करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:31 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:31 PM (IST)
गौ माता के गोबर से तैयार पेंट से 
देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश
गौ माता के गोबर से तैयार पेंट से देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश

अनिल बेताब, फरीदाबाद : एक वक्त था, जब बड़ी संख्या में लोग मिट्टी के कच्चे मकानों में रहा करते थे। कच्ची जमीन होती थी, लोग गाय के गोबर से घरों की लिपाई किया करते थे। हालात बदले, जमीन घटी, मकान भी पक्के होते चले गए। आज बहुत से लोग इन पक्के घरों में गाय पालते हैं, मगर गोबर का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। बेसहारा गाय भी सड़कों पर घूमती दिखाई देती हैं। कई जगह गोबर इधर-उधर बिखरा दिखाई देता है। गोबर नाले-नालियों के जाम का कारण भी बन रहा है। इस स्थिति में सुधार के लिए पलवल के बड़ौली गांव के युवा केशव गुर्जर आगे आए हैं। केशव ने गाय के गोबर से पेंट बनाने की पहल की है।

केशव गुर्जर ने गो संपत्ति नामक संस्था का गठन किया है। इस संस्था को सर्वोदय फाउंडेशन की संस्थापिका अंशु गुप्ता भी प्रोत्साहित कर रही हैं। अंशु गुप्ता गो संपत्ति की संरक्षक भी हैं। केशव गाय के गोबर से पेंट के अलावा इन दिनों दीवाली को ध्यान में रखते हुए दीपक, मूर्तियां, धूपबत्ती, लकड़ी, हवन सामग्री तथा नेम प्लेट भी बना रहे हैं। अपने उत्पादों के साथ केशव गुर्जर ने पिछले दिनों केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की थी।

नितिन गडकरी ने आश्वस्त किया था कि वह पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इन उत्पादों को बढ़ावा देने का प्रयास करेंगे। केशव गुर्जर कहते हैं कि वह नए वर्ष में 4 फरवरी से 20 फरवरी तक लगने वाले 35वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में भी स्टाल लगाएंगे और देशी-विदेशी पर्यटकों को गोबर के सदुपयोग बारे में संदेश देंगे। मेले में उनके उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिल जाएगा। गो संपत्ति के पेंट की कीमत कम और गुणवत्ता अधिक

बाजार में बिकने वाले पेंट और गो संपत्ति पेंट की गुणवत्ता व कीमत में खासा अंतर है। गाय के गोबर से तैयार पेंट एंटी बैक्टीरियल, हैवी मेटल फ्री, एंटी रेडिएशन, एंटी फंगल, नान टाक्सिक होता है। किशोर गुर्जर कहते हैं कि उनके पेंट को जल्दी से आग नहीं पकड़ सकती।

बाजार वाले पेंट हैवी मेटल होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। बाजार में पेंट की कीमत 220 रुपये से लेकर 260 रुपये प्रति लीटर है, जबकि गो संपत्ति पेंट की कीमत 20 से 30 फीसद कम है।

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