रानी की छतरी के जीर्णोद्धार का काम शुरू
एनजीटी ने अब विकास कार्यों पर लगाया प्रतिबंध हटा लिया है। इसकी वजह से अब फरीदाबाद में रानी की छतरी और तालाब पर चल रहा जीर्णोद्धार का काम काफी तेज गति से बढ़ता हुआ दिखाई देगा। अगले आठ महीने में जीर्णोद्धार का काम पूरा कर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : एनजीटी ने अब विकास कार्यों पर लगाया प्रतिबंध हटा लिया है। रानी की छतरी और तालाब पर चल रहा जीर्णोद्धार का काम तेज गति से बढ़ता हुआ दिखाई देगा। अगले आठ महीने में जीर्णोद्धार का काम पूरा कर दिया जाएगा। अब तालाब और जीर्णोंद्धार का काम चलने की वजह से इसका स्वरूप भी दिखाई देने लगा है।
एनजीटी ने एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और स्मॉग की चादर छाई होने की वजह से पूरे क्षेत्र में निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया था। ताकि शहर में कहीं पर भी किसी तरह की धूल न उड़े। एनजीटी के इन आदेशों के बाद नगर निगम क्षेत्र में चल रहे सभी सरकारी और निजी निर्माण कार्यों को बंद कर दिया गया था। इस दौरान यहां पर सिर्फ आठ मजदूर ही छिटपुट काम कर रहे थे। अब एनजीटी ने अपना प्रतिबंध हटा लिया है और बारिश भी हो चुकी है। बारिश के बाद पीएम 2.5 के स्तर में भी गिरावट आई है और मौसम साफ हुआ है। ऐसी स्थिति में अब इंटेक भी अपने मजूदरों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। इंटेक की तरफ से रानी की छतरी और तालाब के जीर्णोद्धार के काम को देख रहे जगदीश कुमार बताते हैं कि वे अब यहां पर 40 मजदूर लगाने जा रहे हैं। जिससे काम को जल्दी से निबटाया जा सके। छतरी के पुराने गेटों को खाली करने के लिए पुरातत्व विभाग की टीम मौका मुआयना करेगी। उम्मीद है कि अगले महीने में पुरातत्व विभाग की टीम यहां का दौरा करें। छतरी की छत के ऊपर और चारों तरफ धौलपुर का पत्थर लगाया जा चुका है। तालाब के अंदर आठ बुर्ज बनाकर तैयार कर दिया और दीवारों में भी मसाला भरा जा रहा है। तालाब के अंदर भी धौलपुर का पत्थर लगाया जाएगा। तालाब की सीढि़यों पर भी पत्थर लगाया जाएगा।
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अब तक छतरी और तालाब का 40 फीसद जीर्णोद्धार का काम पूरा हो चुका है। काम को शुरू हुए चार महीने का समय बीता है। करीब डेढ़ महीने तक एनजीटी की वजह से काम बंद रहा। फिर भी काम काफी तेज गति से चल रहा है, जो दिखाई दे रहा है।
-आनंद महता, प्रधान इंटेक फरीदाबाद शाखा