सरसों की बोआई के लिए एसएसपी खाद उपयुक्त: उपनिदेशक
सरसों की बोआई का काम चल रहा है। अब डीएपी खाद का संकट चल रहा है।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़: सरसों की बोआई का काम चल रहा है। अब डीएपी खाद का संकट चल रहा है। इस दौरान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. महाबीर सिंह ने कहा है कि सरसों की बोआई के दौरान किसान एसएसपी खाद का उपयोग कर सकते हैं। ये खाद जिले में उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध है। इसमें 16 फीसद फास्फोरस और 12 फीसद सल्फर भी शामिल है। ये फसल (तेल) की गुणवत्ता और पैदावार को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार की सिफारिश के अनुसार सरसों की फसल को आठ किलो फास्फोरस प्रति एकड़ जरूरत होती है। जोकि एक बैग एसएसपी 16 फीसद प्रति एकड़ डालने से पूरा होता है, जबकि डीएपी खाद में 46 फीसद के एक बैंग में 23 किलोग्राम फास्फोरस होता है। जोकि तीन एकड़ बोआई के लिए पर्याप्त है। किसान सरसों की बोआई में दो एकड़ में एक बैग डीएपी डालते हैं। इससे किसान का व्यर्थ में ही ज्यादा धन खर्च होता है। खाद की मात्रा भी अधिक डाली जाती है। जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसलिए सभी किसानों को सलाह दी जाती है कि एक बैग डीएपी का प्रयोग तीन एकड़ सरसों की बोआई में करें।