पैदल चलने वाली जगह अतिक्रमण का शिकार, निकलें कहां से

अतिक्रमण के चलते शहर की सड़कें सुरक्षित नहीं हैं। बाजार में लोगों के लिए चलने को जगह नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 03:12 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 03:12 PM (IST)
पैदल चलने वाली जगह अतिक्रमण का शिकार, निकलें   कहां से
पैदल चलने वाली जगह अतिक्रमण का शिकार, निकलें कहां से

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : अतिक्रमण के चलते शहर की सड़कें सुरक्षित नहीं हैं। बाजारों की हालत अधिक खराब है। दुकानों के आगे बरामदे में कब्जे हैं। दुकानदार रेहड़ी-पटरी वालों से किराये के रूप में मोटी रकम वसूल करते हैं। ऐसे में बाजारों में सड़क से निकलना मुश्किल हो रहा है। छोटे-बड़े वाहनों को जब निकलने में परेशानी होती है, तो यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। कई जगह मार्केट के बाजारों में बिजली के खंभे भी अतिक्रमण का कारण बने हुए हैं।

पर्व, त्योहारों के मौके पर बाजारों में पटरी वाले सड़कों तक सामान लगा देते हैं। दीवाली के मौके पर एनआइटी बस अड्डा, मार्केट नंबर एक के अलावा सेक्टर की मार्केट में भी अतिक्रमण बढ़ जाता है। इस बार भी पटरी वालों ने दुकानें लगानी शुरू कर दी हैं। एक नंबर मार्केट में पहले से भारी अतिक्रमण है। नगर निगम ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में यातायात पुलिस के साथ मिल कर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था।

इस दौरान नगर निगम ने बादशाह खान अस्पताल चौक से लेकर हार्डवेयर चौक तक अतिक्रमण हटाया था। साथ ही मार्केट नंबर एक में रेहड़ी-पटरी वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। एक दो चौक से मिलाप दवाखाना चौक के दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे खुद ही पीली पट्टी लगा दी थी, ताकि इस पट्टी से आगे कोई दुकानदार सामान न रखे। मगर अब इस मार्केट में फिर से पहले जैसे हालात बन गए हैं। अन्य बाजारों की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। दीवाली के दौरान शहर में बाजारों में अतिक्रमण बढ़ जाता है। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। मैंने अतिक्रमण के खिलाफ सिस्टम बनाने को निगमायुक्त यशपाल यादव को कुछ सुझाव दिए हैं। बादशाह खान अस्पताल चौक से हार्डवेयर चौक तक रेहड़ी-पटरी वालों ने अतिक्रमण किया हुआ है। ऐसे ही बाजारों में कई जगह अतिक्रमण है। इन सबको दशहरा मैदान में जगह दे दी जाए, जहां वे अपनी पटरी लगा सकें। इस तरह दिवाली के दौरान बाजारों में अतिक्रमण नहीं होगा। इस सिस्टम को भविष्य के लिए भी लागू किया जा सकता है। नगर निगम इन पटरी वालों का शुल्क तय कर दे।

-जगदीश भाटिया, प्रधान, व्यापार मंडल

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