राष्ट्रगान देश का मान के तहत कोरोना योद्धा होंगे सम्मानित
दैनिक जागरण के राष्ट्रगान देश का मान कार्यक्रम के तहत 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रमों में कोरोना संकट के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में सेवा देने वाले समाजसेवियों को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया जाएगा। कोरोना का शुरुआती दौर ऐसा था जब लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। काम-धंधे बंद थे। कई लोगों के सामने खाने-पीने की भी दिक्कत थी। ऐसे समय में शहर के समर्पित सेवादारों ने आगे आ कर जरूरतमंद की मदद की।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : दैनिक जागरण के राष्ट्रगान देश का मान कार्यक्रम के तहत 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रमों में कोरोना संकट के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में सेवा देने वाले समाजसेवियों को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया जाएगा। कोरोना का शुरुआती दौर ऐसा था, जब लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। काम-धंधे बंद थे। कई लोगों के सामने खाने-पीने की भी दिक्कत थी। ऐसे समय में शहर के समर्पित सेवादारों ने आगे आ कर जरूरतमंद की मदद की।
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गरीबों तक पहुंचाया खाना
सेक्टर-55 निवासी अनीशपाल सोहना रोड, जीवन नगर, गौछी तथा संजय कालोनी में सक्रिय रहे। लेबर चौक पर जाकर उन्होंने मजदूरों और गरीबों को खाना उपलब्ध कराया। उनके मोबाइल नंबर पर अन्य संस्थाओं के लोग संपर्क करते रहे और उन्हें संबंधित क्षेत्र में भोजन के पैकेट पहुंचाने की अपील करते। वह सेवादार की तरह तुरंत मौके पर पहुंच जाते।
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12 बार प्लाज्मा दान किया सेक्टर-7 निवासी सुनील मस्ता ने 12 बार प्लाज्मा दान करके राष्ट्रहित में अहम भूमिका निभाई। उनके अंदर ऐसा जज्बा था कि वह खुद ही 14 दिन बाद जांच कराने अस्पताल पहुंच जाते थे, जिससे पता चल सके कि क्या उनके शरीर में एंटी बाडी बन गई है। उन्होंने खुद तो प्लाज्मा दान किया ही, औरों को भी प्लाज्मा दान के प्रति जागरूक किया। 75 बार से अधिक रक्तदान कर चुके मस्ता रक्तदान के प्रति अक्सर लोगों को जागरूक करते हैं।
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कोराना मरीजों को मिला जीवन सीए अमित रतड़ा के प्लाज्मा दान करने से मरीजों को नया जीवन मिला। अब तक पांच बार प्लाज्मा दान कर चुके हैं। इन्होंने भी कोरोना नियंत्रण कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई। कई सामाजिक संस्थाओं से जुड़े अमित रतड़ा नियमित रूप से लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करते हैं।
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खाने के पैकेट पहुंचा कर बने सहारा कोरोना संकट के शुरुआती दौर में जब कई घरों में खाने-पीने की दिक्कत थी, ऐसे समय में परफेक्ट बेक के चेयरमैन एचके बतरा आगे आए। बतरा कई घरों में खाने के पैकेट पहुंचा कर उनके सहारा बने। अब भी जरूरतमंद की मदद करते हैं। सेवा भावना के चलते शहर में उनकी अलग पहचान है।
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समन्वयक के रूप से दी सेवाएं जब अप्रैल और मई में शहर में कोरोना के मामले बढ़ने लगे थे, उस समय जिला प्रशासन की ओर से सभी वार्डों में भोजन के पैकेट बांटने का सिलसिला शुरू किया गया था। उमेश अरोड़ा जरूरतमंद के घर तक खाने के पैकेट पहुंचाने के इस सेवा कार्य के समन्वयक रहे और फिर प्लाज्मा बैंक के समन्वयक के रूप में भी निश्शुल्क रूप से बेहतर काम कर दूसरों का जीवन बचाने के लिए सेवारत रहे।
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कोरोना संकट में दी ओपीडी सेवाएं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिलाध्यक्षा डा.पुनीता हसीजा ने अपनी टीम के साथ कोरोना संकट में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जगह-जगह ओपीडी में सेवाएं दीं। नागरिक अस्पताल में फ्लू ओपीडी में आकर डा.पुनीता कई दिनों तक मरीजों को सेवाएं देती रहीं। कोरोना कल में रक्तदान शिविर आयोजित करने में भी उनका योगदान रहा।