शुरू होंगे भारतीय शिक्षा मूल्यों पर आधारित नए पाठ्यक्रम

जेसी बोस (वाईएमसीए) विश्वविद्यालय ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के साथ समझौता किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 06:05 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 06:05 PM (IST)
शुरू होंगे भारतीय शिक्षा मूल्यों 
पर आधारित नए पाठ्यक्रम
शुरू होंगे भारतीय शिक्षा मूल्यों पर आधारित नए पाठ्यक्रम

वि. फरीदाबाद : जेसी बोस (वाईएमसीए) विश्वविद्यालय ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के साथ समझौता किया है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति के उत्थान के लिए कार्यरत संगठन है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी के साथ समझौते का आदान-प्रदान किया। प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 शिक्षा प्रणाली में भारतीयता को पुन: स्थापित करने के उद्देश्य से लागू की गई है। इसमें एक विद्यार्थी के संपूर्ण व्यक्तित्व निर्माण पर बल दिया गया है। इसके अलावा, यह विद्यार्थियों के बीच गणितीय सोच और वैज्ञानिक स्वभाव को विकसित करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है। नीति को सही मायने में लागू करने के लिए भारतीय मूल्य आधारित पाठ्यक्रम शुरू करना आवश्यक है। यह सिद्ध हो चुका है कि वैदिक गणित के अभ्यास से तर्कशक्ति, विश्लेषण और संश्लेषण क्षमता में वृद्धि होती है, जो शोध के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने भारतीय मूल्य प्रणाली पर आधारित चरित्र निर्माण, व्यक्तित्व विकास और वैदिक गणित जैसे नए पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। अतुल कोठारी ने कहा कि न्यास का उद्देश्य मूल्य आधारित पाठ्यक्रम के माध्यम से शिक्षा प्रणाली में भारतीय मूल्यों को सम्मिलित करते हुए वर्तमान शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण करना है। शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों में यह भावना पैदा करना होना चाहिए कि राष्ट्र या समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी क्या है। उन्होंने कहा कि वैदिक गणित इस प्राचीन भारत की पुनर्खोज में एक महत्वपूर्ण साधन साबित हो सकता है।

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