1300 बच्चों को शिक्षित कर मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा
जिला शिक्षा विभाग पढ़ाई से वंचित और स्कूल ड्रापआउट बच्चों को शिक्षित कर मुख्य धारा से जोड़ेगा।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जिला शिक्षा विभाग पढ़ाई से वंचित और स्कूल ड्रापआउट बच्चों को शिक्षित कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य करेगा। इसके लिए 52 डीएड अध्यापकों को तैयार किया गया है। इनके लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था। कार्यशाला के अंतिम दिन शनिवार को इस बाबत आयोजित कार्यक्रम में कवि दिनेश रघुवंशी मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अध्यापकों को अपनी कविताओं के माध्यम से अध्यापकों को प्रोत्साहित किया। योजना का क्रियान्वयन जिला परियोजना समन्वयक मुनेश चौधरी की देखरेख में किया जा रहा है।
सहायक परियोजना समन्वयक (एपीसी)अंजू चौधरी ने बताया कि इन सभी 52 अध्यापकों को स्कूल अलाट कर दिया गया है। यह अपने स्कूल में जाकर जल्द ही पढ़ाने का कार्य शुरू करेंगे। इन बच्चों के लिए अलग से एक कमरा आरक्षित होता है। उन्होंने बताया कि अध्यापकों ने ड्रापआउट, ढाबों, वर्कशाप सहित विभिन्न स्थानों पर काम करने वाले बच्चों को सूचीबद्ध करने के लिए सर्वे किया था। अभिभावकों को स्कूल भेजने के लिए सहमत करने के बाद 1300 बच्चों को चयनित किया गया है। इस कार्य में हुमाना नाम की एनजीओ शिक्षा विभाग का सहयोग कर रही है। अध्यापक इन बच्चों को प्रतिदिन स्कूल में पढ़ाएंगे और बच्चों को हिदी, अंग्रेजी एवं गणित में अंकों व अक्षरों को ज्ञान होने पर आगे की शिक्षा के लिए राजकीय विद्यालयों में भी दाखिला दिलाया जाएगा, ताकि यह बच्चे आगे की पढ़ाई जारी रख सकें। इनके लिए सरकार की ओर से पाठ्य सामग्री एवं मिड डे मील उपलब्ध कराया जाएगा है। उन्होंने बताया कि इन डीएड अध्यापकों को 9000 रुपये प्रति माह वेतन भी दिया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों एवं उनके अभिभावकों में शिक्षा प्रति रुचि उत्पन्न कराना है।
इस मौैके पर हुमाना एनजीओ के राज्य संयोजक संतोष यादव, सुमित्रा यादव, दिनेश, जिला संयोजक नीरज, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फतेहपुरतगा के प्रधानाचार्य सतीश चौधरी व तिलपत की प्राधानाचार्या पूनम मेहता और अजरोंदा विद्यालय के प्रधानाचार्य तुलसीराम मौजूद रहे।