डेंगू का डंक : अस्थायी अस्पताल में भर्ती होंगे डेंगू के मरीज

जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के तीन नए मामलों की पुष्टि की और डेंगू संक्रमितों की संख्या 164 हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:25 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:25 PM (IST)
डेंगू का डंक : अस्थायी अस्पताल में भर्ती होंगे डेंगू के मरीज
डेंगू का डंक : अस्थायी अस्पताल में भर्ती होंगे डेंगू के मरीज

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के तीन नए मामलों की पुष्टि की और डेंगू संक्रमितों की संख्या 164 हो गई है। इधर मामले बढ़ने से जिला नागरिक अस्पताल के डेंगू वार्ड सहित निजी अस्पतालों में बेड फुल होने लगे हैं। पीड़ितों को इमरजेंसी में ही इंतजार करना पड़ रहा है। डेंगू मरीजों के लिए जिला नागरिक अस्पताल में ही 16 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है और मरीज अधिक आने की सूरत में कई बार जगह नहीं बचती है। अस्पतालों में ऐसी स्थिति को देखते हुए जिला नागरिक अस्पताल प्रबंधन ने डेंगू पीड़ितों को अस्थायी अस्पताल में भर्ती करने की योजना पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इसके लिए बस बिजली कनेक्शन मिलने का इंतजार किया जा रहा है।

तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर बना है अस्थायी अस्पताल

कोरोना की दूसरी लहर में जिलेवासियों को स्वास्थ्य संबंधी संसाधनों के अभाव में काफी परेशान होना पड़ता था। इसके चलते डेनमार्क की संस्थान ने नागरिक अस्पताल परिसर में 96 बेड का अस्थायी अस्पताल बनाने के लिए चार करोड़ रुपये दिए थे और टाटा स्टील लिमिटेड ने अस्पताल बनाया है। इस अस्पताल में सभी बेड पर आक्सीजन सपोर्ट है और पूरा अस्पताल वातानुकूलित है। पिछले दिनों डेनमार्क की सामाजिक संस्था के प्रतिनिधि अस्पताल के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए भी आए भी थे। फिलहाल ऐसी कोई स्थिति नहीं दिख रही कि कोरोना की तीसरी लहर आ रही हो। ऐसे में अस्थायी अस्पताल के उचित उपयोग पर विचार करते हुए अस्पताल प्रबंधन ने इसमें डेंगू मरीजों का उपचार करने का निर्णय लिया है। बारिश से पड़ेगा फर्क

रविवार दोपहर हुई बारिश से मौसम में बदलाव आया है और तापमान में गिरावट आई है। इससे अधिकारियों में उम्मीद जगी है कि डेंगू एवं वायरल बुखार पर जल्द ही नियंत्रण पा लिया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार डेंगू का वायरस तापमान कम होने पर समाप्त हो जाता है, हालांकि यहां भी स्पष्ट किया गया है कि डेंगू के नियंत्रण में आने तक लोगों को अपने घर के आसपास एवं छत पर साफ-सफाई रखनी होगी और एंटी लार्वा एक्टिविटी अभियान भी चलानी होगी। इस संबंध में उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रामभगत ने बताया कि यदि इस प्रकार का मौसम रहा, तो 15 दिनों में डेंगू पर नियंत्रण पाया जा सकता है। ठंड में यह वायरस खुद ही समाप्त हो जाता है।

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बेड की कमी को दूर करने के लिए स्थिर मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है। हम अस्थायी अस्पताल में डेंगू के मरीजों को भर्ती करने पर विचार कर रहे हैं। अस्पताल में अभी बिजली कनेक्शन नहीं है। बिजली कनेक्शन जारी होते ही मरीजों को यहीं पर ही भर्ती किया जाएगा। एक-दो दिन में बिजली कनेक्शन मिलने की उम्मीद है।

--डा.सविता यादव, प्रधान चिकित्सा अधिकारी, जिला नागरिक अस्पताल।

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