हर विधा में कमाल कर रहीं शहर की बेटियां
अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस के उपलक्ष्य में फरीदाबाद की बेटियों की सफलता की खबर।
सुशील भाटिया, फरीदाबाद : मैं भारत की बेटी हूं, हर हाल में जीतना जानूं मैं, रुकना न जानूं, थकना न जानूं बस आगे बढ़ना जानूं मैं। मैं भारत की बेटी हूं, हर हाल में जीतना जानू मैं। अपने शहर की बेटियों ने भी हर विधा में कमाल दिखाया है और दिखा रही हैं, चाहे वो खेल का क्षेत्र हो, गीत-संगीत, शिक्षा, प्रशासनिक सेवा या फिर रंगमंच। इन बेटियों ने राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर ढेरों उपलब्धियां हासिल की हैं और देश-प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रशासनिक सेवा में तो शुक्रवार को ही गांव भुआपुर की सौम्या आनंद ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर जिले का नाम रोशन किया है। अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस की पूर्व संध्या पर ऐसी ही होनहार बेटियों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। मोनल-नीरल किक बाक्सिंग में कर रही झंडा बुलंद
एनआटी-तीन में रहने वाली किक बाक्सर मोनल कुकरेजा ने एक-दो नहीं बल्कि चार बार रूस व टर्की में स्वर्ण पदक जीत कर अपने देश का झंडा लहराया है। मोनल की छोटी बहन नीरल कुकरेजा ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण व रजत पदक जीते हैं। राष्ट्रीय किक बाक्सिंग महासंघ के प्रधान संतोष अग्रवाल के अनुसार दोनों बहनें बेहतरीन खिलाड़ी हैं और दोनों का जिस तरह से सपना है कि वह ओलिंपिक में अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतें, तो हमारा मानना कि 2028 व 2032 के लिए दोनों ही इस सपने को पूरा कर सकती हैं, क्योंकि दोनों बेटियां अभी किशोरावस्था में हैं। ऐसी होनहार बेटियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। दोनों बहनें दूसरी बेटियों के लिए भी प्रेरणा हैं। आज के समय में हमारे समाज को ऐसी बेटियों की जरूरत है। उनके परिजनों और गुरुजनों को भी बहुत-बहुत बधाई। गीत-संगीत में धूम मचा रहीं
स्वर साधना मंदिर की होनहार बेटियों में संगीत गुरु अंजू मुंजाल से प्रशिक्षण प्राप्त मानवी द्विवेदी, चार्वी चावला, तनीषा दत्ता, स्मृति सिंह गायन क्षेत्र में अपनी चमक राष्ट्रीय स्तर पर बिखेरने में सफल रही हैं। मानवी द्विवेदी ने चार दिन पहले ही संगम कला ग्रुप की राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित संगीत प्रतियोगिता में सब जूनियर फिल्मी स्पर्धा में उपविजेता बनने का गौरव हासिल किया। स्मृति सिंह ने भी संगम कला ग्रुप द्वारा 2018 में दिल्ली के सिरी फोर्ट सभागार में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन कर विजेता बनने की उपलब्धि हासिल की। तनीषा दत्ता जयपुर, झांसी, कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरू हैदराबाद सहित विभिन्न शहरों में अपनी गायकी का बखूबी प्रदर्शन कर रही हैं, वहीं चार्वी चावला ने सारेगामापा लिटिल चैंपस में सर्वोच्च 30 में जगह बना कर वाहवाही लूट चुकी हैं। सुरतरंग प्रतियोगिता जीत चुकी चार्वी आगे भी खूब पहचान बनाने के लिए तैयार हैं।