मैजिक पैन से कर डालते थे खाता साफ, हत्थे चढ़े

मैजिक पैन का प्रयोग कर लोगों के बैंक खाते साफ करने वाले बदमाश धर दबोचे गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 04:31 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 04:31 PM (IST)
मैजिक पैन से कर डालते  थे खाता साफ, हत्थे चढ़े
मैजिक पैन से कर डालते थे खाता साफ, हत्थे चढ़े

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : मैजिक पैन का प्रयोग कर लोगों के बैंक खाते साफ करने वाले चार बदमाश साइबर थाना पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। आरोपितों की पहचान गांव झाड़सा गुरुग्राम निवासी पवन, ज्योति नगर दिल्ली निवासी राहुल, मजलिस पार्क दिल्ली निवासी बलबीर, हर्ष विहार दिल्ली निवासी अमित सक्सेना के रूप में हुई है। आरोपितों से फरीदाबाद की तीन वारदात सुलझी हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने साढ़े तीन लाख रुपये, वारदात में प्रयुक्त मोबाइल, मैजिक पैन बरामद किए हैं। आरोपित कार कंपनी के प्रतिनिधि बनकर काल करते थे। मामूली राशि में कार की वारंटी बढ़ाने का झांसा देते थे। इसके बाद घर आकर कार मालिक मामूली राशि का चेक ले लेते। उस चेक में रकम अपने मैजिक पैन से डालते, वहीं हस्ताक्षर कार मालिक के पैन से कराते थे। मैजिक पैन की स्याही कुछ समय बाद उड़ जाती है। इसके बाद आरोपित चेक पर मनमानी रकम भरकर रुपये निकाल लेते थे। दिल्ली-एनसीआर में कई वारदात को दिया अंजाम

-16 जनवरी को आरोपितों ने सेक्टर-15 निवासी अशोक खन्ना से इसी तरह 11 सौ रुपये का चेक ले लिया था। बाद में उनके खाते से 1.90 लाख रुपये निकाल लिए थे। 29 अक्टूबर 2020 को आरोपितों ने सेकटर-31 निवासी व्यक्ति से 1050 रुपये का चेक हासिल किया। बाद में खाते से 3.40 लाख रुपये निकाल लिए। 31 दिसंबर 2020 को इस गिरोह ने सराय ख्वाजा निवासी व्यक्ति से 1150 रुपये का चेक लिया। बाद में खाते से एक लाख रुपये निकाल लिए। आरोपितों ने बताया है कि दिल्ली-एनसीआर में उन्होंने और भी कई वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस आरोपितों से पूछताछ में जुटी है। साइबर थाना प्रभारी बसंत कुमार ने बताया कि जिस व्यक्ति को ठगना होता था आरोपित उसकी काल भी अपने पास डायवर्ट कर लेते थे। जब वे चेक पर नई रकम अंकित कर बैंक में जाते तो बैंक कर्मी पड़ताल के लिए खाता धारक को काल करते थे। डायवर्ट होने के कारण यह काल भी बदमाशों के पास पहुंचती थी। वे चेक देने के बारे में हामी भर देते थे। इस तरह आरोपित रुपया लेकर फरार हो जाते थे। बसंत कुमार ने बताया कि आरोपितों ने दिल्ली-एनसीआर में 50 से अधिक वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है। साइबर अपराध थाना पुलिस ने आस-पास जिलों की पुलिस को सूचित कर दिया है। वहां की पुलिस आरोपितों से अपने क्षेत्र में हुई वारदात के बारे में पूछताछ करेगी। आरोपित साल 206 से वारदात कर रहे थे।

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