अधिवक्ताओं ने की न्यायालय खोलने की मांग
आर्थिक तंगी से गुजर रहे अधिवक्ताओं ने न्यायालय पहले ही तरह खोलने की मांग की है। इस बाबत अधिवक्ताओं ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम जिला उपायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।
जासं, फरीदाबाद : आर्थिक तंगी से गुजर रहे अधिवक्ताओं ने पहले की तरह ही न्यायालय खोलने की मांग की है। इस बाबत अधिवक्ताओं ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम जिला उपायुक्त कार्यालय में ज्ञापन भी दिया। पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल के पूर्व मनोनित सदस्य शिवदत्त वशिष्ठ ने कहा कि सरकार धार्मिक स्थल, शॉपिग माल, होटल व रेस्टोरेंट खोलने की तैयारी कर रही है। 8 जून से सब खुल जाएंगे। ऐसे में न्यायालय भी खुल जाने चाहिए।
लॉकडाउन की वजह से अदालतों में वीडियो कांफ्रेंसिग से सुनवाई हो रही है। अदालतों में पहले की तरह सुनवाई चालू होनी चाहिए। अब अधिवक्ताओं के पास कोई काम नहीं है। घर बैठे-बैठे परेशान हो गए हैं। अधिवक्ता अपने घर का गुजारा नहीं कर पा रहे हैं। आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। ऐसे में अधिवक्ताओं का काम चालू होना बेहद जरूरी हो गया है। इस दौरान मौके पर सुरेंद्र खत्री, मनोज कुमार, वीएस चौधरी, विनोद अहलावत, सतपाल नागर, रिकेश अरोड़ा, श्यामवती, संगीता रावत, केशव देव, शेफाली गौड़, आफाक खान, सोनू सिह व दीपक गौड़ मौजूद थे।