ग्रेफ की सोसायटियों में भी होगी सैंपलिग

स्वास्थ्य विभाग अब नहरपार क्षेत्र में करीब 7500 एकड़ में बने बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों की भी कोरोना जांच करेगा। इसे लेकर विभाग योजना तैयार करने में जुटा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 05:32 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 05:32 PM (IST)
ग्रेफ की सोसायटियों 
में भी होगी सैंपलिग
ग्रेफ की सोसायटियों में भी होगी सैंपलिग

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : स्वास्थ्य विभाग अब नहरपार क्षेत्र में करीब 7500 एकड़ में बने बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों की भी कोरोना जांच करेगा। इसे लेकर विभाग योजना तैयार करने में जुटा है। डोर टू डोर सैंपलिग में ग्रेटर फरीदाबाद में बसी सोसायटी एवं उसके आसपास बसी कॉलोनियों के वासी शामिल नहीं हो पा रहे थे।

स्वास्थ्य विभाग जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को डोर टू डोर सैंपलिग अभियान चला रहा है। इसके तहत सामान्य लोगों के रैपिड एंटीजन और कोरोना के लक्षण वालों की आरटीपीसीआर जांच हो रही है। अभियान में सोसायटीवासियों के अलावा वहां काम करने आने वाली घरेलू सहायिकाओं, सुरक्षाकर्मी, माली, सफाईकर्मियों, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, सब्जी वेंडर आदि के सैंपल लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, ग्रेटर फरीदाबाद की सोसायटी काफी घनी है। एक सोसायटी में सात से आठ हजार लोग रहते हैं। यह लोग कोरोना संक्रमण फैलाने में सबसे बड़े वाहकबन सकते हैं। यहां रहने वालों की सैंपलिग बेहद जरूरी है।

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ग्रेटर फरीदाबाद की विभिन्न सोसासयटी में करीब डेढ़ लाख लोग रहते हैं। यह क्षेत्र सामुदायिक संक्रमण का बड़ा कारण बन सकते हैं। इससे इनकी भी सैंपलिग जरूरी हैं। हमारी कोशिश है कि प्रत्येक रविवार को ग्रेटर फरीदाबाद में सैंपलिग हो।

-डॉ.रणदीप सिंह पूनिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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