पांच दिनों में 6435 पैरामेडिकल स्टाफ ने लगवाया टीका

जिले में कोरोना से बचाव का टीकाकरण अभियान में पांच दिनों 6435 पैरामेडिकल स्टाफ को टीका लगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 09:23 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 09:23 PM (IST)
पांच दिनों में 6435 पैरामेडिकल 
स्टाफ ने लगवाया टीका
पांच दिनों में 6435 पैरामेडिकल स्टाफ ने लगवाया टीका

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : जिले में कोरोना से बचाव का टीकाकरण अभियान में पांच दिनों के दौरान 6435 पैरामेडिकल स्टाफ को लगाया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को 1900 पैरामेडिकल स्टाफ को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इनमें से 1809 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया। निजी अस्पतालों सहित 19 स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चलाया गया।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को फोर्टिस अस्पताल में सबसे अधिक 264 टीके लगाए गए। यहां पर 200 टीके लगाने का लक्ष्य तय था। वहीं एशियन अस्पताल में 160 व मेट्रो अस्पताल में 186 पैरामेडिकल स्टाफ को टीका लगाया। शहरी स्वास्थ्य केंद्र सारन में 20 में से नौ स्वास्थ्य कर्मियों ने ही टीका लगाया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार टीकाकरण के लिए जिले में 25600 स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना से बचाव का टीका लगवाने के लिए पंजीकरण कराया है। मेडिचेक में हुई शुरुआत

कोरोना संक्रमण से बचाव अभियान के तहत शुक्रवार को मेडिचेक अस्पताल एनआइटी में टीकाकरण किया गया। यहां पर सबसे पहले अस्पताल के चेयरमैन डा. राम स्वरूप वर्मा ने टीका लगवाकर शुभारंभ किया। इनके बाद अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने टीके लगाए। जिले में कोरोना से बचाव का टीकाकरण अभियान सफलता पूर्वक चल रहा है। स्वास्थ्यकर्मी में टीका करण के प्रति काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पांच दिनों के लिए 6435 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जा चुका है।

-डा.रमेश चंद, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए टीकाकरण बहुत ही आवश्यक है। स्वास्थ्यकर्मियों से निवेदन है कि वह आगे बढ़कर स्वस्थ समाज के लिए टीका अवश्य लगवाएं।

-डा.बृजेश खारी, चिकित्सा अधिकारी, ईएसआइसी डिस्पेंसरी नंबर-7 कोरोना से बचाव का टीका लगवाए तीन दिन हो गया है। अभी तक कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखे हैं। बुखार आना तो अच्छा संकेत है और टीके के प्रभाव को दर्शाता है कि वह काम कर रहा हैं।

-डा.गजेंद्र अधाना, चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य केंद्र खेड़ीकलां टीका लगवाने के बाद मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श भी दिया गया है। टीका लगवाने के बाद खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हूं। किसी भी प्रकार की शारीरिक परेशानी नहीं है।

-डा. नीरू गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी, यूपीएचसी मुजेसर

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