अंधेरे में डूबा रहता है सेक्टर-12,15 का विभाज्य मार्ग

राष्ट्रीय राजमार्ग को बाईपास से जोड़ने वाले अहम सेक्टर-12-15 अंधेरे में डूबा रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 04:58 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 04:58 PM (IST)
अंधेरे में डूबा रहता है सेक्टर-12,15 का विभाज्य मार्ग
अंधेरे में डूबा रहता है सेक्टर-12,15 का विभाज्य मार्ग

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : राष्ट्रीय राजमार्ग को बाईपास से जोड़ने वाले अहम सेक्टर-12-15 विभाज्य मार्ग पर लगी अधिकतर लाइटें खराब हैं। दिन ढलते ही सड़क पर अंधेरा छा जाता है। हजारों वाहन चालक प्रतिदिन अंधेरे में हादसों की आशंका के बीच आवागमन करते हैं। बेसहारा पशु भी वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। यह मार्ग अहम इसलिए है, क्योंकि इस सड़क से दिन-रात प्रशासनिक अधिकारियों व राजनेताओं की गाड़ियां निकलती है, लेकिन लगता है उन्हें अंधेरे का पता ही नहीं चलता। लघु सचिवालय जाते हैं अधिकारी

इस मार्ग पर राज्य खेल परिसर, जिला लघु सचिवालय, जिला अदालत, तहसील, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कार्यालय, जीएसटी विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, रेडक्रास सोसायटी के कार्यालय स्थित हैं। जिला उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, पुलिस उपायुक्त, एसडीएम, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की प्रशासक, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी रोज आते-जाते हैं। फिलहाल यह सड़क नगर निगम के पास है, पर निगम अधिकारियों को यहां अंधेरा दूर करने की सुध नहीं है। सड़क पर बेसहारा पशु बैठे रहते हैं, खड़े रहते हैं वाहन

सड़क पर भारी वाहन भी खड़े रहते हैं। अंधेरे की वजह से कई बार ये वाहन अन्य वाहन चालकों की नजर नहीं पड़ते। इसके अलावा बेसहारा पशु कई बार बीच सड़क पर बैठे रहते हैं। अंधेरे में कई बार दिखाई नहीं देते और सड़क हादसों का अंदेशा रहता है। प्रशासनिक अधिकारी शायद इसलिए सुध नहीं लेते, क्योंकि वो दिन में ही कार्यालय आते जाते हैं। यहां अंधेरा तभी दूर होता है, जब 15 अगस्त, 26 जनवरी का समारोह होता है या फिर मुख्यमंत्री का आना हो। इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।

-जनक गोयल, सेक्टर-15ए सेक्टर-12-15 की विभाज्य सड़क अहम है। यह राजमार्ग को बाईपास से जोड़ती है। इसलिए लाइटें जल्द ठीक होना जरूरी हैं।

-नीरज चावला, प्रधान, सेक्टर-15 आरडब्ल्यूए इस सड़क पर जो लाइटें खराब हैं, उन्हें जल्द ठीक करा दिया जाएगा। जेई को मौके पर भेजकर मुआयना कराया जाएगा। इसके बाद समाधान करा देंगे।

-जीपी वधवा, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम

chat bot
आपका साथी