गांव चीरसी की बहू स्वाति बनीं सीए

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : किसान परिवार में पले-बढ़े, गांव में जन्मे और खेतों में हल-फावड़े चलाने वा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Jan 2020 06:53 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jan 2020 06:53 PM (IST)
गांव चीरसी की बहू स्वाति बनीं सीए
गांव चीरसी की बहू स्वाति बनीं सीए

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : किसान परिवार में पले-बढ़े, गांव में जन्मे और खेतों में हल-फावड़े चलाने वाले भूपेंद्र यादव ने सीए बनने का इरादा किया था, पर उनके मित्रों ने कहा था कि सीए की पढ़ाई बहुत मुश्किल होती है और परिणाम का फीसद बेहद कम आता है, इसलिए तुम से न होगी। भूपेंद्र यादव को 'तुम से न होगी' वाली लाइन चुभ गई और उन्होंने इसे चैलेंज के रूप में लिया। वर्ष 1990 में गांव चीरसी के युवा भूपेंद्र यादव सीए बने। हौसले के इसी पुट को उन्होंने छोटी पुत्रवधू में भरा। नतीजा बेटे करुण के बाद अब 2020 में बहू स्वाति भी चार्टर्ड एकाउंटेंट बन गई है। वहीं बड़े बेटे योगेश इंजीनियर व पुत्रवधू डॉक्टर हैं।

तीसरी बार में पाई सफलता

बृहस्पतिवार शाम को घोषित सीए परीक्षा के परिणाम में सफल अभ्यर्थियों की सूची में जब स्वाति का भी नाम था, तो सीए भूपेंद्र यादव के परिवार में खुशियां दोगुनी-तिगुनी हो गई थी। स्वाति यादव ने इससे पहले भी दो बार सीए की परीक्षा दी थी, पर तब कामयाबी नहीं मिली थी। इस पर ससुर भूपेंद्र यादव ने बहू को निराशा के पलों से बाहर निकाल कर हौसले का पुट भरा और स्वयं सहित परिवार के अन्य सदस्यों का उदाहरण दिया, साथ ही देश-दुनिया की ऐसी प्रसिद्ध शख्सियतों का उदाहरण दिया, जो शुरुआत में सफल नहीं हो पाए। स्वाति यादव के अनुसार उन्हें ससुर के शब्दों ने प्रेरित किया, जो कहते हैं कि उसी काम को करने में मजा आता है जिसमें चुनौतियां हों। बस तीसरी बार फिर कड़ी मेहनत के साथ तैयारी में जुट गई। इस बार के प्रयास सफल हो गए और वो यादव परिवार में तीसरी ऐसी शख्सियत बन गई, जिसके नाम के आगे अब सीए लिखा होगा। यह यमुना के साथ लगते गांव चीरसी के लिए भी गौरव का विषय है।

बड़ा बेटा इंजीनियर, पुत्रवधू डॉक्टर

प्रगतिशील विचारों के धनी चार्टर्ड एकाउंटेंट भूपेंद्र यादव गांव चीरसी में दो योजनाओं में सरपंच भी रह चुके हैं और आइसीएआइ (इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया) की फरीदाबाद शाखा के चेयरमैन भी रह चुके हैं। गांवों की आबोहवा, खेतों की मिट्टी की सौंधी खुशबू से आज भी बेहद लगाव रखने वाले सीए भूपेंद्र के बड़े बेटे योगेश यादव बीटेक के साथ आइआइएफटी से एमबीए हैं, जबकि उनकी बड़ी पुत्रवधू डॉ.पूजा यादव एमडीएस दंत चिकित्सक हैं। इस तरह पूरा परिवार सुशिक्षित समाज के निर्माण में अपना योगदान दे रहा है। उनकी धर्मपत्नी मनोरमा यादव परिवार की प्रबंधक के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं। सीए भूपेंद्र परिवार की इस शैक्षणिक उपलब्धि का श्रेय ईश्वर की अपार कृपा और बच्चों की कड़ी मेहनत को देते हैं।

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