वाह! विकास का घर है घरेलू ऑक्सीजन का अनमोल खजाना

वाह! बावड़ी गेट निवासी विकास चावला का घर घरेलू ऑक्सीजन का अनमोल खजाना बना है। उनके 250 गज में बने मकान में करीब 150 पौधे ऑक्सीजन की महक से घर को महका रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:01 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:01 AM (IST)
वाह! विकास का घर है घरेलू ऑक्सीजन का अनमोल खजाना
वाह! विकास का घर है घरेलू ऑक्सीजन का अनमोल खजाना

सुरेश मेहरा, भिवानी : वाह! बावड़ी गेट निवासी विकास चावला का घर घरेलू ऑक्सीजन का अनमोल खजाना बना है। उनके 250 गज में बने मकान में करीब 150 पौधे ऑक्सीजन की महक से घर को महका रहे हैं। ग्राउंड फ्लोर पर उनकी अपनी दुकान है। प्रथम तल पर बना मकान जैसे प्रकृति के बीच बसा है। ऐसा लगता है जैसे कोरोना महामारी यहां फटक भी नहीं सकती है। घर में हरियाली ही हरियाली नजर आती है। बतौर विकास जीवन के लिए ऑक्सीजन चाहिए। ऑक्सीजन केवल पौधों से मिल सकती है। कोरोना महामारी के दौर में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी है। हर व्यक्ति अपने घर में ऑक्सीजन का भंडार बना ले यानि पौधे लगा ले तो बीमारी उस घर से दूर रहती हैं।

15 साल से सुबह डेढ़ से दो घंटे करते हैं पौधों की सेवा

विकास चावला कहते हैं करीब 15 साल से उनकी दिनचर्या है पौधों की देखभाल। सुबह करीब पांच बजे उठ जाते हैं। दो घंटे तक पौधों की देखभाल करते हैं। पौधों में फव्वारों से पानी देना। उनमें खाद आदि डालना। खाद भी देशी ही होती है। पौधों के बीच रह कर आत्मीयता और स्वस्थ जीवन का जो अहसास होता है उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

घर में आयुर्वेदिक और महक बिखेरने वाले पौधे देते हैं आनंद

पेशे से पत्थर विक्रेता चावला कहते हैं कि घर में सैकड़ों पौधे आयुर्वेदिक और महक बिखेरने वाले हैं। इन पौधों में मुख्य रूप से तुलसी, गिलोय, ऐलोविरा, बेलपत्र, गुडहल, सम्मी, मनीप्लांट, वूगन वेलिया, पत्थरचटा, स्पाइडर प्लांट, स्नेक प्लांट, ऐरोकेरिया, पाम, फव्वारा पाम आदि के पौधे हैं। इनमें फूलदार पौधे भी हैं जिनमें गुलाब, गेंदा, सदाबहार, बिछुबट्टी, मोतिया, मोगरा आदि की महक से पूरा घर महकता रहता है। इनके अलावा घर में भिडी, बैंगन, धनिया, पोदीना, पालक, हरी मिर्च, कढ़ी पत्ता आदि लगा रखे हैं। वह बताते हैं कि हम बाहर से सब्जी बहुत कम लाते हैं।

घर की छत पर बनी वाटिका में लगा रखे हैं दो झूले

घर की छत पर वाटिका में दो झूले भी लगा रखे हैं। बच्चे इन झूलों पर रोज झूलते हैं और खुश रहते हैं। वह हर रोज घर में बनी इस वाटिका में प्रतिदिन सुबह बच्चों के साथ योग करते हैं। योग में मुख्य रूप से प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपाल भाति, सूर्य नमस्कार आदि करते हैं। इसके बाद जरूरी काम निपटाकर दुकान पर अपना काम संभालते हैं। पूरा दिन प्रफुल्लित रहते हैं। वर्तमान में विशेष कर कोरोना संक्रमण के दौर में तो यह और भी ज्यादा जरूरी हो गया है कि हर घर में अधिक से अधिक पौधे हों। पौधे घर और परिवार का हिस्सा बनेंगे तो हमारा जीवन ज्यादा सुरक्षित रह सकेगा।

chat bot
आपका साथी