मौसम : तापमान में आई गिरावट, दिनभर होता रहा हल्की ठंड का अहसास, जिले में बढ़ रही संक्रामक बीमारियां
जागरण संवाददाता चरखी दादरी रविवार देर शाम हुई बूंदाबांदी व जिले के कुछ गांवों में ह
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : रविवार देर शाम हुई बूंदाबांदी व जिले के कुछ गांवों में हल्की ओलावृष्टि होने के बाद मौसम में काफी तबदीली नजर आने लगी है। सोमवार को दिनभर तापमान में गिरावट आने के साथ साथ हल्की ठंड का अहसास भी होता रहा। बदले मौसम का असर सामान्य जनजीवन पर भी पड़ा है। पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 27 व न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम के जानकारों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में पड़ रही बर्फबारी व मैदानी इलाकों में रविवार को हुई वर्षा का असर मौसम पर पड़ा है। इसका असर अगले तीन चार दिनों तक बना रहेगा। बदले मौसम के चलते लोगों को पिछले कुछ दिनों से पड़ रही उमस से काफी राहत मिली है। सोमवार को दादरी नगर के बाजारों, मंडियों, सार्वजनिक स्थानों पर दिनभर खासी भीड़ रही। दोपहर के समय तो कुछ बाजारों में छोटे वाहनों की भारी संख्या के चलते जाम जैसे हालात बने रहे। वैसे भी त्योहारी सीजन के चलते इन दिनों बाजारों में खरीददारों की संख्या बढ़ी है। विशेषकर इन दिनों रेडीमेड वस्त्रों, बिजली के सामान, सजावट के सामान, बर्तनों, कनफैक्शनरी की दुकानों इत्यादि पर खासी भीड़ दिखाई दे रही है। दीपावली तक बाजारों में चहल-पहल बढ़ने का दौर जारी रहने के आसार है। पटरी बाजारों में भी रही रौनक
सोमवार को बाजारों के साथ साथ स्थानीय रेलवे रोड, तहसील रोड, फोरलेन के आसपास इत्यादि स्थानों पर पटरी बाजारों में भी खासी भीड़ दिखाई दी। वैसे भी पिछले कुछ समय से पटरी बाजारों में बाजारों की अपेक्षा काफी सस्ते दामों में मिलने वाला सामान कम आय वर्ग के लोगों के साथ साथ अब मध्यम वर्ग की भी पसंद बनता जा रहा है। पटरी बाजारों में इन दिनों कई प्रकार की सेल के नाम पर सस्ते सामान की बिक्री का सिलसिला शुरू हो चुका है। अस्पतालों में बढ़ी भीड़
तापमान में आ रहे उतार-चढ़ाव, हवाओं में नमी के चलते दादरी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में इन दिनों कई प्रकार की संक्रामक व वायरस से जुड़ी बीमारियां तेजी से पैर पसारती जा रही है। डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ साथ मलेरिया, टायफाइड इत्यादि से प्रभावित मरीज भी स्थानीय निजी व सरकारी अस्पतालों में काफी संख्या में देखे जा रहे है। विशेषकर जिले के आबादी में लगते वे इलाके जहां पिछले महीने की वर्षा के बाद से ही पानी भरा हुआ है वहां संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका और भी अधिक बनी हुई है।