वाटर टैंक खाली, गर्मी में ज्यादा झेलनी पड़ सकती है किल्लत

प्रवीण सांगवान तोशाम तोशाम क्षेत्र के लोगों के लिए आने वाले दिनों में पीने के पानी की भारी ि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Mar 2021 11:36 AM (IST) Updated:Thu, 18 Mar 2021 11:36 AM (IST)
वाटर टैंक खाली, गर्मी में ज्यादा झेलनी पड़ सकती है किल्लत
वाटर टैंक खाली, गर्मी में ज्यादा झेलनी पड़ सकती है किल्लत

प्रवीण सांगवान, तोशाम

तोशाम क्षेत्र के लोगों के लिए आने वाले दिनों में पीने के पानी की भारी किल्लत बन सकती है। मार्च का आधा महीना बीता है कि अभी से पानी की किल्लत शुरू हो गई है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकतर वाटर टैंकों में पानी खत्म हो चुका है तथा कुछ में खत्म होने के कगार पर है। तोशाम, झांवरी, संडवा, छपार जोगीयान, छपार रागड़ान, बिडोला, निगाना खुर्द, रिवासा, ढाणीमाहू, सुंगरपुर, दूल्हेडी, खरकड़ी माखवान व सरल में तो पानी बिल्कुल भी नहीं है। पेयजल की सप्लाई जलघरों में स्थित ट्यूबवेलों के सहारे ही हो रही है। अगर एक दो दिन में यदि नहरी पानी नहीं आया तो बाकी बचे गांव के वाटर टैंकों में पानी सूख जाएगा तथा इससे क्षेत्र के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ेगा। तोशाम क्षेत्र के लोगों की प्यास बुझाने के लिए विभिन्न गांवों में 53 वाटर टैंक बनाए हुए हैं। इनमें से 24 वाटर टैंकों में पानी निगाना नहर द्वारा तथा बाकी वाटर टैंकों में भाखड़ा नहर सिवानी द्वारा भरा जाता है तथा इसके बाद पानी गांवों में सप्लाई किया जाता है। निगाना नहर में पानी नहीं आने के कारण इन गांव में पानी की दिक्कत हो रही है। अधिकतर गांव में ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई होती है। भाखड़ा नहर से भरे जाने वाले वाटर टैंकों में पानी की कोई दिक्कत नहीं है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो ज्यादातर टैंक सूख चुके हैं तथा एक दो दिन में पानी नहीं आया तो सभी टैंकों में पानी खत्म हो जाएगा। क्या कहते हैं अधिकारी

इस बारे में जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ विक्रम पूनिया ने बताया कि नहरी पानी की कमी के कारण क्षेत्र के अधिकतर वाटर टैंकों में पानी खत्म होने के कगार पर है। पेयजल संकट से बचने के लिए इन वाटर टैंकों में ट्यूबवेल के बोर बनाए गए है जिनके माध्यम से पानी की सप्लाई करने का प्रयास किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी