वार्डवासियों ने किया गली निर्माण का विरोध
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी नगर परिषद के तहत वार्ड दस में पिछले कुछ दिनों गलि
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
दादरी नगर परिषद के तहत वार्ड दस में पिछले कुछ दिनों गलियों के पुनर्निर्माण के चल रहे कार्य को लेकर यहां के कुछ लोगों ने रोष जताया है। लोगों का कहना है कि गली को लेवल के नाम पर ऊंचा किया जा रहा है। जिससे उनके मकान नीचे हो जाएंगे। उन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। यहां के लोगों ने निर्माण में निर्धारित मानदंडों की अनदेखी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री, शहरी निकाय मंत्री तथा दादरी जिले के उपायुक्त को पत्र लिखकर इस बारे में कार्रवाई की मांग की है। वार्ड दस के तहत सुभाष चौक, पाहवा चौक, प्रधान मोहल्ला व दो तीन अन्य गलियों का निर्माण कुछ रोज पूर्व स्थानीय नगर परिषद ने शुरू करवाया था। इन गलियों के कुछ लोगों ने इस कार्य पर ऐतराज जताते हुए कहा कि यहां गलियों की हालत पहले से ही ठीक थी तथा दोबारा निर्माण करवाने की कोई जरूरत नहीं थी। उन्होंने परिषद के अधिकारियों से कहा कि गलियों के पुनर्निर्माण के बाद यहां के अधिकतर मकान नीचे हो जाएंगे। जिससे गंदे पानी की निकासी वर्षा के दिनों में गंभीर समस्या खड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि वे परिषद के चेयरमैन को भी अपनी समस्याओं से अवगत करवा चुके है लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। उन्होंने गलियों के निर्माण में कई प्रकार की अनियमितताएं बरते जाने के भी आरोप लगाए है। इस बारे में दैनिक जागरण के साथ यहां के लोगों ने अपनी भावनाओं को सांझा किया तथा खुलकर समस्याएं रखी।
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मकान हो जाएंगे नीचे : सुनीता
दादरी नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 10 की निवासी सुनीता देवी ने कहा कि जिस प्रकार से यहां गलियों के पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है उससे उनके मकान काफी नीचे पड़ जाएंगे। इससे जलभराव की समस्या के साथ साथ अन्य परेशानियां भी बढ़ जाएगी।
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एक बार ही मकान बनाना मुश्किल : प्रदीप
वार्ड निवासी प्रदीप कुमार के अनुसार आम आदमी जीवन में एक बार ही मुश्किल से बनवा पाता है। यदि यहां गलियों को ऊंचा उठवा दिया जाता है तो उनके मकान काफी नीचे हो जाएंगे। दोबारा तुड़वाकर मकान बनाना मुश्किल होगा।
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जरूरत नहीं थी गली निर्माण की : अर्चना
अर्चना देवी के मुताबिक यहां की अधिकतर गलियों की हालत ठीक थी। उन्हें दोबारा बनवाने की कोई जरूरत नहीं थी। इससे बेहतर होगा वहां नई गलियां बनवाई जाती जहां कच्चे रास्ते है। इस कार्य से उनकी समस्याएं बढ़ेगी।
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सरकारी रुपये की बर्बादी : पुष्पा
वार्ड 10 निवासी पुष्पा गुप्ता ने कहा कि यहां की अच्छी स्थिति की गलियों को तोड़कर उनका पुनर्निर्माण करना अनावश्यक रूप से सरकारी रुपये की बर्बादी है। इस कार्य की यहां कोई जरूरत ही नहीं थी। जहां गलियां टूटी-फूटी हैं पहले उनका निर्माण करवाया जाना चाहिए था।
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निर्धारित मानदंडों की अनेदखी : नवदीप
नवदीप के अनुसार वार्ड 10 में गलियों के निर्माण कार्य निर्धारित मानदंडों की अनदेखी की जा रही है। कायदे से कहीं सड़क, गलियों के निर्माण के समय उन्हें ऊंचा नहीं उठवाया जा सकता। पहले खुदाई कर लेवल बनाना जरूरी है।
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बेवजह की जा रही शिकायतें : पार्षद
दादरी नगर परिषद के वार्ड 10 के पार्षद मनोज वर्मा ने कहा कि यहां के लोगों से बातचीत कर गलियों का 11 वर्ष बाद पुनर्निर्माण कार्य शुरू करवाया था। जब लोगों ने यह शिकायत की, सड़क को ऊंचा उठाया जा रहा है तो निर्माण रोक दिया गया। सारा कार्य लेव¨लग के अनुसार ही किया जा रहा है। स्वयं नगर परिषद के चेयरमैन संजय छपारिया ने मौके का मुआयना किया है। किसी भी गली को ऊंचा नहीं उठवाया गया है। जो लेवल 11 वर्ष पहले था वहीं रखा गया है। कुछ लोग बेवजह ऐतराज कर रहे है। फिर भी किसी को भी कोई वाजिब शिकायत है तो उस पर कार्यवाही की जाएगी।