पेयजल संकट : वार्ड 19 के लोगों ने सीएम को लिखा पत्र, आंदोलन की दी चेतावनी
जागरण संवाददाता चरखी दादरी शहर के वार्ड 19 में रहने वाले नागरिक पेयजल संकट को लेकर
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : शहर के वार्ड 19 में रहने वाले नागरिक पेयजल संकट को लेकर बेहद परेशानियों से जूझ रहे हैं। वार्ड में लाइनें भी डाली गई हैं लेकिन पेयजल सप्लाई नहीं हो रही। ऐसे में यहां के लोगों का रोष बढ़ रहा है। उनका कहना है कि वे बार-बार संबंधित अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वार्ड के मौजिज लोगों ने सीएम के नाम पत्र भेजकर उसमें पेयजल संबंधी समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। इंडियन नेशनल लोकदल के कानूनी प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष जगबीर सिंह डोहकी, भतेरी देवी, सुरेश देवी, होशियारी देवी, रेशमा, राजबाला, कांता, नीलम, अनिता, सुमित्रा, पूनम, कविता, दीपिका, गुड्डी, कृष्णा, सुषमा, भानवती इत्यादि ने बताया कि संबंधित विभाग की लापरवाही के कारण पिछले दो माह से वे पेयजल को तरस रहे हैं। सभी ने विभागीय कार्यवाही के अनुसार पेयजल कनेक्शन लिए हुए हैं। जिसका बिल भी लगातार समय पर भरते आ रहे हैं। लेकिन दो माह से अधिक का समय हो चुका है कि उनके घरों में पेयजल नहीं आ रहा है। कर्मचारियों को मौखिक रूप से अवगत करवाते रहे हैं। उसके साथ ही जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ को लिखित में शिकायत दी थी। महंगे दामों पर खरीद रहे कैंपर, टैंकर से मंगवा रहे पानी
पेयजल संकट को लेकर वार्ड 19 के काफी लोग मजबूरी में महंगे दाम चुकाकर रोजाना कैंपर व टैंकर खरीद रहे है। वार्ड के लोगों ने बताया कि ऐसा करना उनकी मजबूरी है लेकिन हर रोज का खर्च उठाना मुश्किल होता जा रहा है। इसी प्रकार यहां के कई लोग तीन से चार किलोमीटर जाकर नहर के पास बने हैंडपंपों से पीने का पानी लेकर आते है। केवल मिला आश्वासन
कालोनी वासियों ने बताया कि एक माह पहले समस्या के समाधान का आश्वासन मिला था। लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है। इसके बाद जलापूर्ति अभियांत्रिकी विभाग के वरिष्ठ अभियंता के सामने भी उन्होंने अपनी समस्या रखी। उन्होंने बताया कि किस तरह से वे बहुत परेशानियों से जूझ रहे हैं। पानी या तो दूर से ढोकर लाना पड़ रहा है या फिर खरीदना पड़ता है। आंदोलन की दी चेतावनी
जगबीर सिंह डोहकी व महिलाओं ने रोष जताते हुए कहा कि जनहित के लिए कार्य करने का दावा केवल कागजी नजर आ रहा है। धरातल पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। उन्होंने कहा कि यदि पेयजल की सुचारू आपूर्ति नहीं होती तो वे आंदोलन को मजबूर होंगे।