यूक्रेन में गोल्ड मेडल अपने नाम कर विनेश फौगाट ने पाई बड़ी सफलता, गौरवान्वित किया जिला दादरी
भारत की स्टार महिला पहलवान तथा मूलरूप से दादरी जिले के गांव बलाली की रहने वाली विनेश फौगाट ने यूक्रेन में चल रहे आउटस्टेंडिग यूक्रेनियन रेसलर्स और कोचेस मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर देश व क्षेत्र का नाम एक बार फिर से रोशन किया है।
सचिन गुप्ता, चरखी दादरी : भारत की स्टार महिला पहलवान तथा मूलरूप से दादरी जिले के गांव बलाली की रहने वाली विनेश फौगाट ने यूक्रेन में चल रहे आउटस्टेंडिग यूक्रेनियन रेसलर्स और कोचेस मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर देश व क्षेत्र का नाम एक बार फिर से रोशन किया है। विनेश की इस उपलब्धि पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बधाई दी है। वहीं उनके परिवार व क्षेत्र के खेल प्रेमियों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। लोगों द्वारा इंटरनेट मीडिया के माध्यम से उन्हें बधाई दी जा रही है। इस मुकाबले में विनेश फौगाट ने पूर्व वर्ल्ड चैंपियन वेनेसा कलाजिस्काया को 10-8 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फौगाट 53 किलोग्राम भारवर्ग में टोक्यो ओलंपिक का टिकट पहले ही हासिल कर चुकी है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद नवंबर 2020 से विनेश फौगाट यूरोप में ट्रेनिग कर रही है। कोविड-19 महामारी के चलते विनेश फौगाट करीब एक साल बाद रिग में उतरी थी। इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के बाद विनेश फौगाट चार से सात मार्च तक रोम में होने वाले इस सत्र के पहले रैंकिग टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए जाएंगी। कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स में जीत चुकी है गोल्ड
गौरतलब है कि गांव बलाली निवासी महिला पहलवान विनेश फौगाट ने 13 दिसंबर 2018 को जींद जिले के गांव बखता खेड़ा निवासी पहलवान सोमवीर राठी से शादी की थी। विनेश फौगाट वर्ष 2014 व वर्ष 2018 में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। इसके अलावा वर्ष 2018 में हुए एशियन गेम्स में भी विनेश ने गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा कई अन्य स्पर्धाओं में भी विनेश अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं।
2020 में मिला खेल रत्न पुरस्कार
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि विनेश फौगाट की उपलब्धियों को देखते हुए वर्ष 2020 में भारत सरकार द्वारा उन्हें खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले देश के सर्वोच्च पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रीय खेल दिवस पर राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविद द्वारा उन्हें यह अवार्ड वर्चुअल अवार्ड समारोह में दिया जाना था। लेकिन समारोह से एक दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण वे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकी थी।