..अंकल माफ कर दो आज के बाद स्कूल नही लाएंगे स्कूटी, बाइक

शहर के निजी स्कूलों में 18 साल से कम आयु के बच्चे बेधड़क होकर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 10:55 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 10:55 AM (IST)
..अंकल माफ कर दो आज के बाद स्कूल नही लाएंगे स्कूटी, बाइक
..अंकल माफ कर दो आज के बाद स्कूल नही लाएंगे स्कूटी, बाइक

जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर के निजी स्कूलों में 18 साल से कम आयु के बच्चे बेधड़क होकर स्कूटी, बाइक ला रहे है। ट्रैफिक नियमों से अनजान ये बच्चे तेज रफ्तार से दोपहिया वाहन दौड़ा कर खुद की ¨जदगी को खतरे में डाल रहे है। बृहस्पतिवार को ट्रैफिक पुलिस ने शहर के स्कूलों में ऐसे बच्चों की क्लास लगाकर उनके चालान काटे। साथ ही उन्हें ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक भी किया। बिना लाइसेंस, बिना हेलमेट और बिना कागजात के स्कूल में दोपहिया वाहन लाने वाले छात्र-छात्राओं को ट्रैफिक इंस्पेक्टर प्रेमकुमार ने खुद जाकर जांच की। छात्र-छात्राएं कान पकड़ कर माफी मांगते नजर आए। ट्रैफिक पुलिस ने बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों व शिक्षकों से भी बातचीत कर इस बारे में आगाह किया।

जिले में करीब 800 प्राइवेट स्कूल है। इन स्कूलों में आने वाले अधिकतर बच्चे या तो स्कूल वैन में आते है या फिर खुद के दोपहिया वाहनों को लेकर आते है। चौंकाने वाली बात यह है कि छठी से 12 कक्षा के नाबालिग बच्चे जिन्हें ट्रैफिक नियमों की जानकारी नहीं है वह बेरोकटोक दोपहिया वाहन लेकर आते हैं। ट्रैफिक इंस्पेक्टर प्रेमकुमार ने बृहस्पतिवार को शहर के कई स्कूलों में सुबह पहुंच कर वहां आने वाले स्कूली छात्र-छात्राओं के वाहनों के कागजात चेक किए तो चौंकाने वाली बात सामने आई। सैकड़ों बच्चों के कागजात चेक करने पर उनकी आयु 13 से 16 साल के बीच ही मिली। ये छात्र-छात्राएं बिना लाइसेंस, बिना हेलमेट के वाहन दौड़ा रहे थे। कई छात्र-छात्राओं के ट्रैफिक पुलिस ने चालान किए। ट्रैफिक इंस्पेक्टर प्रेमकुमार ने मुख्य रूप से दिनोद गेट स्थित निजी स्कूल के बच्चों के कागजात चेक किए। इस दौरान बच्चों में हड़कंप मचा रहा। अंकल आज के बाद स्कूल में नहीं लाएंगे वाहन

पुलिस द्वारा छात्र-छात्राओं के चालान काटे गए तो वह पुलिस से माफी मांगते नजर आए। छात्राओं ने माफी मांगते हुए कहा कि पुलिस अंकल इस बार माफ कर दो अब कभी भी स्कूल में वाहन लेकर नहीं आएंगे। इस पर पुलिस कई छात्राओं को चेतावनी देकर छोड़ दिया और भविष्य में ट्रैफिक नियमों का पालन करने की हिदायत दी। कई स्कूलों में सुबह निरीक्षण कर बच्चों के वाहनों के कागजात चेक किए गए। बच्चों की उम्र 18 साल से कम होने के बावजूद वह स्कूलों में वाहन लेकर आए हुए थे। स्कूल संचालकों को भी इस तरह स्कूल में वाहन लाने वाले बच्चों को सजग करने के लिए कहा है।

- प्रेमकुमार, एसएचओ ट्रैफिक पुलिस भिवानी।

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