चार दिनों से रोजाना गिर रहा दो डिग्री तापमान, शीतलहर से जनजीवन प्रभावित
फरवरी माह के तीसरे सप्ताह में रोजाना गिरते तापमान से थोड़
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : फरवरी माह के तीसरे सप्ताह में रोजाना गिरते तापमान से थोड़े विराम के बाद ठंड का प्रकोप पुन: बढ़ता जा रहा है। शनिवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे तथा शीतलहर चलने से सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 19 व न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम 10, बृहस्पतिवार को अधिकतम 22 व न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रहा था। इसी प्रकार बुधवार को अधिकतम 24 व न्यूनतम 14 दर्ज किया गया था। पिछले चार दिनों से रोजाना 2 डिग्री तापमान गिरने से मौसम पुन: करवट लेता दिखाई देने लगा है। मौसम का असर दादरी नगर के बाजारों, मंडियों, व्यावसायिक स्थलों पर दिखाई दे रहा है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले ग्राहक काफी कम संख्या में आ रहे हैं तथा कारोबार, रोजगार, कामधंधों पर मंदी का असर बना हुआ है। माना जा रहा है कि पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर पड़ा है। तीन रोज पहले हुई वर्षा के साथ साथ ओले पड़ने से भी मौसम में बदलाव आया है। जानकारों का कहना है कि अगले 48 घंटों के दौरान हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला शुरू हो सकता है। मौसम का असर आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ा है। स्थानीय निजी व सरकारी अस्पतालों में बढ़ती मरीजों की संख्या को देखकर स्थिति की गंभीरता का अनुमान लगाया जा सकता है। स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि इन दिनों श्वास, अस्थमा, दमा, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप इत्यादि से प्रभावित मरीजों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान रखना जरूरी है। इसी प्रकार छोटे बच्चों, बुजुर्गों के स्वास्थ्य के प्रति सावधानियां बरतनी चाहिए। बच्चों को ठंड की गंभीरता का अहसास नहीं होता तथा वे जल्द ही मौसम से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आ जाते है। मौसम के अनुसार खान-पान, पहनावे व स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। जहां तक संभव हो सुबह, सायं व रात को खुले स्थानों पर आने जाने से बचें।
किसानों की ¨चताएं बढ़ी
तीन रोज पहले तथा दस दिनों में दो बार वर्षा के साथ साथ ओले पड़ने से दादरी जिले के विभिन्न गांवों में विशेषकर सरसों व गेहूं की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। तापमान में आ रही लगातार गिरावट व अगले दो तीन दिनों में वर्षा होने की संभावनाओं के चलते किसानों की ¨चताएं बढ़ी हुई है। उनका कहना है कि वे पहले ही काफी नुकसान झेल रहे है यदि ओर अधिक वर्षा हो जाती है तो बची हुई फसल भी खराब हो सकती है।