आखिर सेक्टरवासी किससे करें फरियाद

सेक्टर 13 और 23 के निवासी आखिर किससे फरियाद करें। उनकी हरि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 08:43 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 08:43 AM (IST)
आखिर सेक्टरवासी किससे करें फरियाद
आखिर सेक्टरवासी किससे करें फरियाद

जागरण संवाददाता, भिवानी : सेक्टर 13 और 23 के निवासी आखिर किससे फरियाद करें। उनकी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण न सुन रहा और ना ही शहरी सरकार। कहने को यह वीआइपी कालोनी है पर इनमें बरसाती पानी के निकासी के प्रबंध तक नहीं हैं। सीवर चोक हैं। यहां बने खाली प्लाटों में जमा बरसाती पानी दुर्गंध फैला रहा है और बीमारियों का कारण बन रहा है। इसके अलावा खाली प्लाटों में कांग्रेस घास इस कदर है कि आए दिन यहां से सांप निकल कर आसपास के घरों में घुस जाते हैं। यहां रहने वालों में डर बना रहता है। सेक्टरवासी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जिला कष्ट निवारण समिति, उपायुक्त से लेकर मुख्यमंत्री तक के दरबार में फरियाद कर चुके हैं। समाधान के नाम पर अभी भी इनको इंतजार है। सेक्टर में ये हैं समस्याएं :

* सीवर चोक हैं, डिस्पोजल पंपिग हाउस काम नहीं कर रहे हैं।

* शहीद भगत सिंह चौक से वृद्धाश्रम तक कूड़े के ढेर लगे हैं।

* बरसाती पानी की निकासी के प्रबंध नहीं हैं। आज भी सेक्टर की गलियों में जमा है।

* शहीद भगत सिंह चौक से लेकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस ग्रीन बेल्ट तक गहरे गड्ढे बने हैं।

* एन्हांसमेंट राशि आज तक वापस नहीं मिली है। जून महीने में एक माह में देने का वादा किया था। बाक्स : सेक्टरवासी समाधान के लिए ये उठाए कदम

* संपदा अधिकारी से छह बार मिल चुके हैं।

* नए उपायुक्त से भी दो बार मिल चुके हैं।

* इससे पहले जिला कष्ट निवारण समिति में फरियाद कर चुके हैं।

* सीएम दरबार में भी फरियाद लगा चुके हैं। फिर भी हालात आज भी जस के तस बने हैं।

* इससे पहले पिछले वर्षो की बात करें तो कितनी ही बार समस्या समाधान की फरियाद कर चुके हैं। हालात नहीं सुधर रहे हैं। दूषित जलभराव से सेक्टरवासी परेशान

सेक्टरवासियों को दूषित पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। स्कूली बच्चों और महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वीकर सेक्शन में तो सबसे ज्यादा समस्या हैं। सेक्टर में तो थोड़ा बहुत काम हो भी जाता है। वीकर सेक्शन के साथ तो सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। नगरपरिषद को जिम्मेदारी मात्र खानापूर्ति इससे बढ़ी है परेशानी

सेक्टरवासियों का कहना है कि सीवर और सड़क आदि के काम की जिम्मेदारी हरियाणा शहरी प्राधिकरण ने नगर परिषद को दे दी है। जब नप में जाते हैं तो जवाब मिलता है अधिकारिक रूप से सेक्टर की जिम्मेदारी नहीं दी गई है। जबरन फाइल आदि नप के एक कमरे में डाल दी हैं। नप को इसके बारे में यह जानकारी नहीं है कि इनमें क्या है और क्या नहीं। ऐसे में सेक्टर की सुध लेने के लिए न तो नगर परिषद तैयार है और न ही हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण। ऐसे में सेक्टर वासी कहां जाएं। बाक्स : सेक्टर 13 और 23 को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। कहने को यह वीआइपी कालोनी है पर यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ विशेष नहीं है। बरसाती पानी तक की निकासी के प्रबंध नहीं हैं। समझ में नहीं आ रहा है कि अब किसके सामने फरियाद करें। नए उपायुक्त ने कुछ कदम बढ़ाए हैं सुधार की उम्मीद जगी है।

- रामकिशन शर्मा, प्रधान, द रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, सेक्टर 13 बाक्स : खाली प्लाटों में उगी कांग्रेस घास की बात हो चाहे बरसाती पानी के निकासी के प्रबंधों की। सेक्टर की समस्याओं के समाधान के लिए सेक्टरवासी लगातार फरियाद कर रहे हैं। अधिकारी पता नहीं क्यों सुस्त हैं। सेक्टरवासी सोचने में लगे हैं कि सेक्टर में मकान लेकर गलती कर दी। अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक फरियाद है कि सेक्टर 13 और 23 की सुध ली जाए।

- वीरेंद्र सिंह परमार, अध्यक्ष, द रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, सेक्टर 23।

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