करनाल में हुए लाठीचार्ज के घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच हो : दीपेंद्र हुड्डा
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा
जागरण संवाददाता, भिवानी : राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों के खिलाफ हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निदा की है। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि किसान बीजेपी के कार्यक्रम से दूर अपना शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बावजूद इसके पुलिस ने वहां जाकर उनपर लाठियां बरसाई। यह कार्रवाई सरकार के मंसूबों को जगजाहिर करती है। ऐसा लगता है कि सरकार पहले ही किसानों को लहुलुहान करने का मन बना चुकी थी। इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वह कांग्रेस नेत्री मनीषा सांगवान की दादी सास भगवानी देवी के निधन पर शोक व्यक्त करने और कांग्रेस नेता सत्येंद्र ढांडा के निवास स्थान पर बोल रहे थे। हुन्नामल प्याऊ पर कांग्रेस नेता ईश्वर शर्मा प्रधान के नेतृत्व में हुड्डा का स्वागत किया।
हुड्डा ने कहा कि सरकार को नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए और उन अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो किसानों के सिर फोड़ने के आदेश देते हैं। भाजपा सरकार की तरह अधिकारी भी अहंकारी हो रहे हैं। अन्नदाता का खून बहाना बीजेपी-जेजेपी सरकार की आदत बन चुकी है। पहले सरकार जानबूझकर टकराव के हालात पैदा करती है और फिर अलोकतांत्रिक, अमानवीय, तानाशाही और क्रूर तरीके से किसानों पर कभी वाटर कैनल, कभी आंसू गैस तो कभी लाठी-डंडों से हमला कर देती है। यह पहला मौका नहीं है जब सरकारी लाठियों से किसान लहुलुहान हुए हो।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल से मुलाकात कर उनसे अध्यादेश को राष्ट्रपति के पास नहीं भेजने की मांग करेंगे, ताकि इसे कानून बनने से रोका जा सके। इस मौके पर विधायक राव दान सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता संदीप सिंह, पूर्व विधायक सोमबीर सिंह, अनिरुद्ध चौधरी, राजबीर फरटिया, अभिजीत लाल सिंह, अनिल धनखड़, धीरज अखरिया, ईश्वर शर्मा प्रधान, धर्मेंद्र सांगवान छपार, अमन डालावास, सोमवीर घसोला, अशोक कादयान, राकेश शर्मा, संदीप खरकिया, राजेश बडेसरा, अनूप बडेसरा, दरियाव सिंह एडवोकेट, राजेंद्र कालुवास आदि मौजूद रहे।