गांव मुंढाल को किया सैनिटाइज, सैंपलिग की तेज

गांव मुंढाल में लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने भी अब आगे हाथ बढ़ाए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जहां लोगों का वैक्सीनेशन कर रही है व साथ-साथ सैंपल भी ले रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:00 AM (IST)
गांव मुंढाल को किया सैनिटाइज, सैंपलिग की तेज
गांव मुंढाल को किया सैनिटाइज, सैंपलिग की तेज

संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा : गांव मुंढाल में लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने भी अब आगे हाथ बढ़ाए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जहां लोगों का वैक्सीनेशन कर रही है व साथ-साथ सैंपल भी ले रही है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने मंगलवार को गांव मुंढाल को सैनिटाइज करने के लिए एक दर्जन सैनिटाइजर के ड्रम उपलब्ध करवा दिए हैं। मुंढाल कलां व खुर्द की ग्राम पंचायत ने गांव को सैनिटाइज भी करना शुरू कर दिया है। हालांकि ग्रामीणों को अभी भी एंबुलेंस व चिकित्सक की कमी खल रही है। इसके साथ-साथ ग्रामीणों ने अपने स्तर पर गांव को पूर्ण रूप से लॉकडाउन किया हुआ है। साथ-साथ मंगलवार को गांव में 100 किलोग्राम सामग्री से हवन भी किया गया। हवन को पूरे गांव की गलियों में भी ले जाया गया। ग्रामीणों ने इस हवन-यज्ञ में सामूहिक रूप से आहुति दे गांव के वातावरण को शुद्ध करने का प्रयास भी किया। साथ-साथ ईश्वर से कामना की कि गांव में निरंतर हो रही मौतों के सिलसिलों पर विराम लग सके। गांव मुंढाल खुर्द के निवर्तमान सरपंच विजेन्द्र रोहिल्ला ने बताया कि गांव को सैनिटाइज करने का कार्य शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि गांव में अब भी काफी संख्या में लोग बुखार से पीड़ित हैं। इसलिए यहां पर एक चिकित्सक नियुक्त किया जाए ताकि समय रहते लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जाए और हकीकत भी उजागर हो सके। वहीं मुंढाल कलां की निवर्तमान सरपंच प्रियंका शर्मा ने कहा कि गांव में चिकित्सक के उपलब्ध न होने के चलते बुखार पीड़ितों का सही ढंग से उपचार नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि प्रशासन ने सैनिटाइजर अवश्य ही उपलब्ध करवा दिया है। इसके साथ-साथ उन्होंने मांग की है कि लोगों के लिए मास्क भी उपलब्ध करवाए जाएं। इसके साथ-साथ एंबुलेंस की भी व्यवस्था हो।

मुंढाल खुर्द के निवर्तमान सरपंच विजेन्द्र रोहिल्ला ने बताया कि गांव में एंबुलेंस की व्यवस्था न होने के चलते निजी वाहन चालक भिवानी तक का करीब दो हजार से अधिक किराया वसूल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कई बार निजी वाहन चालक कोरोना के डर से मरीज को ले जाने से भी इन्कार कर देते हैं। इसके चलते जिला प्रशासन द्वारा यहां पर एक स्थाई रूप से एंबुलेंस की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि आम लोगों का किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े।

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