जान बचाने के लिए जिस पेड़ का सहारा लिया वह बन गया दो दोस्तों की मौत का कारण

गांव देवसर के इन पांच दोस्तों की टोलियां गांव में प्रसिद्ध थी। बुजुर्ग अवस्था

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:31 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:31 AM (IST)
जान बचाने के लिए जिस पेड़ का सहारा लिया वह बन गया दो दोस्तों की मौत का कारण
जान बचाने के लिए जिस पेड़ का सहारा लिया वह बन गया दो दोस्तों की मौत का कारण

अशोक ढिकाव, भिवानी : गांव देवसर के इन पांच दोस्तों की टोलियां गांव में प्रसिद्ध थी। बुजुर्ग अवस्था होने पर भी ये पांचों एक साथ ही रहते थे। उन्हें नहीं पता था कि मंगलवार को पांचों दोस्तों पर कहर बरपने वाला है। पांचों ने बिजली व बारिश से बचने के लिए जिस पेड़ का सहारा लिया वह उनके लिए काल का ग्रास बन गया। आसमानी बिजली गिरने से मौत हुई 56 साल के रणधीर व 38 साल के रवींद्र की गजब की दोस्ती थी। ये दोनों ही पशु पालकर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे थे, लेकिन एक झटके ने ही परिवार का सहारा छिन लिया। दोनों के परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है तो इस घटना ने परिवार के पालन-पोषण के सहारे को भी छिन लिया है।

गांव देवसर निवासी 56 वर्षीय रणधीर, 38 वर्षीय रवींद्र, 55 वर्षीय रामफल, 70 वर्षीय धनपत व 45 वर्षीय सुघन पशु पालकर ही अपने परिवार का गुजर बसर करते थे। पांचों ही मेहनती होने के साथ ही खुश मिजाज थे। उनका परिवार उन पर ही आश्रित था। आसमानी बिजली गिरने से मौत हुई रणधीर व रवींद्र के बच्चों से पिता का साया छिन गया है। कहते है कि आसमान में बिजली कड़क रही हो तो कभी पेड़ के पास खड़ा नहीं होना चाहिए, लेकिन इन बातों से ये पांचों दोस्त अनजान होकर पेड़ के नीचे ही जा बैठे। यह उनकी सबसे बड़ी भूल रही। उन्हें नहीं पता था कि उन पर काल मंडरा रहा था। आसमानी बिजली गिरने से रणधीर व रविन्द्र की मृत्यु हो गई तो रामफल, धनपत व सुघन घायल हो गए। कुंआरी बेटी व बेटे की शादी करने का सपना रह गया अधूरा

56 साल के रणधीर के कंधों पर ही परिवार के पालन पोषण का बोझ था। उसकी एक बेटी कोमल व जवान बेटा संदीप था। दोनों ही शादी लायक हो चुके हैं और वह उनकी शादी करने की तैयारी कर रहा था, लेकिन एक झटके ने ही उनके इस सपने को तोड़ दिया। अब बेबस मां पर दोनों बेटा-बेटी की शादी का बोझ आ गया है। मासूम बच्चों सिर से उठ गया पिता के प्यार का साया

38 साल के रवींद्र के दो बच्चे थे 10 साल का सरवोत्तम व 12 साल का मोहित। रवींद्र ने चार भैंस पाली हुई थी। उनका दूध बेचकर ही बच्चों व परिवार का पालन-पोषण कर रहा था, लेकिन अब इस हादसे ने इस मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया छिन लिया। इसके साथ ही उसकी पत्नी पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

------ चीख-पुकार सुनकर दौड़ पड़े ग्रामीण

पांचों व्यक्ति खेतों में भैंस चराने गए हुए थे। बारिश के दौरान आसमानी बिजली पेड़ पर गिरी। उसके पास बैठे 56 वर्षीय रणधीर व 38 वर्षीय रवींद्र उसकी चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गए, उनकी गांव में ही मौत हो चुकी थी। खेतों में आस-पास में ही मौजूद गांव वालों ने चीख पुकार सुनी तो वह आनन-फानन में दौड़कर वहां गए। पांचों को सामान्य अस्पताल लेकर आए।

--भीम सिंह, परिजन, गांव देवसर -- वर्जन :

गांव देवसर के कुछ ग्रामीण पांच व्यक्तियों को इलाज के लिए सामान्य अस्पताल लेकर आए। उन्होंने बताया कि पांचों पर आसमानी बिजली गिर गई है। सभी बुरी तरह से झुलसे हुए थे। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रणधीर व रवींद्र की मौत हो चुकी थी। घायल रामफल, धनपत व सुघन को प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआइ रेफर किया गया है। रामफल की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।

--डा. अंकिता, आपात विभाग सामान्य अस्पताल भिवानी।

वर्जन :

पुलिस इस मामले की कार्रवाई करने में लगी है। शवों का बुधवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

घायल रामफल की हालत गंभीर बनी हुई है।

-- रोहतास, जांच अधिकारी जुई थाना भिवानी।

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