एनएचएम के अलग-अलग पदों के साक्षात्कार को रद करने के मामले ने तूल पकड़ा, सीएम को लिखा पत्र

संवाद सहयोगी बाढड़ा दादरी के सामान्य सरकारी अस्पताल में एनएचएम के तहत अलग अलग पदों के ि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:19 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:19 AM (IST)
एनएचएम के अलग-अलग पदों के साक्षात्कार को रद करने के मामले ने तूल पकड़ा, सीएम को लिखा पत्र
एनएचएम के अलग-अलग पदों के साक्षात्कार को रद करने के मामले ने तूल पकड़ा, सीएम को लिखा पत्र

संवाद सहयोगी, बाढड़ा : दादरी के सामान्य सरकारी अस्पताल में एनएचएम के तहत अलग अलग पदों के लिए बार बार आवेदन लेने, परीक्षा लेकर परिणामों को रद्द करने व फिर आवेदकों को बुलाकर परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद साक्षात्कार के लिए मना कर चयन प्रक्रिया को रद करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। क्षेत्र की आधा दर्जन महिला आवेदकों ने सीएम मनोहर लाल, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व सांसद धर्मबीर सिंह को पत्र भेजकर उनके साथ किए जा रहे अन्याय के मामले की जांच कर भर्ती प्रकिया को तुरंत पूरी करवाने की मांग की। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दादरी जिला स्वास्थ्य परिवार कल्याण समिति सिविल सर्जन कार्यालय ने जिला मुख्यालय के अस्पताल समेत ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए पांच जनवरी तक आवेदन जमा करवाए। इसमें जिले की लगभग पांच सौ अधिक मेडिकल विषय में उत्तीर्ण छात्राओं ने भागेदारी की जिनका 10 जनवरी को परीक्षा आयोजित कर 13 जनवरी को परिणाम जारी किया गया। इसके बाद सफल अभ्यार्थियों को 18 व 19 जनवरी को अपने दस्तावेज जांच करने के लिए आमंत्रित किया गया लेकिन अचानक ही बिना कारण बताए सारी भर्ती को ही रद कर दिया गया। इसके बाद सिविल सर्जन कार्यालय ने दोबारा 24 जनवरी को इन रिक्त पदों पर भर्ती निकाली और सभी अभ्यर्थियों को 31 जनवरी को परीक्षा में भागीदारी करने का आदेश दिया लेकिन जब जिले भर के हजारों आवेदक पहुंचे तो सिविल सर्जन कार्यालय ने अचानक भर्ती को स्थगित कर दिया। इसी तरह तीसरी बार 25 जुलाई को होने वाली परीक्षा को अगस्त में संपन्न करवा कर पहले परिणाम जारी करने व एक सितंबर को साक्षात्कार शेड्यूल जारी करने के बाद उसको आगामी समय तक स्थगित करने से आवेदकों को तीसरी बार भी बड़ा झटका लगा है। अब सारी प्रक्रिया ठंडे बस्ते में डाल दी गई है जिससे महिला आवेदकों की मेहनत पर पानी फिर गया है। उपमंडल क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र से रहने वाली इंदु, कुसुम, पूजा, उर्मिला, मीनाक्षी, ममता, पूनम इत्यादि ने बताया कि बार बार भर्ती प्रक्रिया शुरु करने, परीक्षा करने व फिर फाइनल परिणाम के समय रद करने या फिर सर्दी में जिले की महिलाएं जो बाहरी शहरों या ग्रामीण क्षेत्र में रहती हैं मजबूरीवश सौ से डेढ़ सौ किलोमीटर दूरी तय करके परीक्षा के लिए पहुंचती है तो विभाग मात्र एक नोटिस जारी कर उनको बैरंग लौटा देता है। महिला अभ्यार्थियों ने प्रदेश के सीएम मनोहर लाल, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व सांसद धर्मबीर सिंह को पत्र भेजकर सारे मामले की जांच कर भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष तरीके से पूरा करवाने की मांग की है। सांसद ने न्याय का दिलाया भरोसा

सांसद धर्मबीर सिंह ने महिला प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह उनकी शिकायत को दादरी में होने वाली जिला सतर्कता समिति में रखकर उनके साथ न्याय करवाने का प्रयास करेंगे। इस बारे में दादरी के सीएम डा. सुदर्शन पंवार से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उपरोक्त परीक्षा के आवेदकों को 26 अक्टूबर को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि सभी कार्य नियमों के अनुसार किए जा रहे हैं। अधिकारी कर रहे हैं मनमानी : विजय

राजकीय महाविद्यालय भिवानी के पूर्व अध्यक्ष व सरपंच एसोसिएशन प्रदेश संयोजक विजय मोटू ने कहा कि दादरी जिले के साथ जनप्रतिनिधि जानबूझ कर उपेक्षा बरत रहे हैं। अधिकारी वर्ग भी मनमानी कार्यवाही कर क्षेत्र के बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। दादरी जिले के कृषि, स्वास्थ्य, राजस्व, पशुपालन समेत एक दर्जन विभागों में पिछले एक साल के समय में बाहरी जिलों के सैकड़ों युवाओं को अनुबंध आधार पर लगाया गया है वहीं जिले के छात्र योग्य होने के बावजूद कोई नौकरी तो दूर उनके अधिकारों की बात तक सुनने को तैयार नहीं है।

chat bot
आपका साथी