नहीं आई लैब की रिपोर्ट, अब प्रोडक्शन वारंट पर आरोपित को लाएगी पुलिस

रेमडेसिविर मामले में अब पुलिस आरोपितों को भिवानी लाएगी। उसकी क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 08:44 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 08:44 AM (IST)
नहीं आई लैब की रिपोर्ट, अब प्रोडक्शन वारंट पर आरोपित को लाएगी पुलिस
नहीं आई लैब की रिपोर्ट, अब प्रोडक्शन वारंट पर आरोपित को लाएगी पुलिस

जागरण संवाददाता, भिवानी :

रेमडेसिविर मामले में अब पुलिस आरोपितों को भिवानी लाएगी। उसकी कार्रवाई शुरू हो गई है। एसपी के आदेश के बाद पानीपत जेल से इन आरोपितों को लाया जाएगा। आरोपितों से ही पूछताछ में खुलासा होगा कि भिवानी के अलावा आसपास कितने रेमडेसिविर के इंजेक्शन बेचे थे। पुलिस की तरफ से रेवाड़ी के सत्यनारायण को गिरफ्तार करने के बाद खुलासा हुआ था। वहीं मई में मामला खुलने के बाद पुलिस की तरफ से लैब में भेजे गए इंजेक्शन की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। बेशक पंजाब में गैंग के पकड़े गए आरोपितों की तरफ से फेंके गए रेमडेसिविर में एंटीबायटिक मिली थी। पुलिस भी उसी आधार पर अब अपनी रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।

रेमडेसिविर मामले में पुलिस की तरफ से सात मई को मेडिकल स्टोर संचालक को पकड़ा था। मामले का खुलासा होने के बाद एक एंबुलेंस चालक और स्टाफ नर्सिंग को पकड़ा गया। मामले की परतें खुली तो भिवानी में इंजेक्शन सप्लायर रेवाड़ी निवासी सत्यनारायण को पुलिस ने पकड़ा। सत्यनारायण हिमाचल से यह इंजेक्शन लेकर आता था और कोरोना में लोगों से फायदा उठाकर उसको महंगे दामों में बेच देते थे।

पुलिस की तरफ मामले का खुलासा होने के बाद हिमाचल में भी छापे मारे थे लेकिन उनके हाथ कोई नहीं आया। इसी दौरान पंजाब में इंजेक्शन बनाने वाले आरोपित पकड़े गए। पानीपत पुलिस भी उनको प्रोडक्शन वारंट पर ले गई थी और बाद में रिमांड खत्म होने के बाद जेल में बंद कर दिया था। अब इस मामले में पंजाब में पकड़े गए आरोपितों को भिवानी पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर पानीपत जेल से लाएगी। इसको लेकर एसपी ने भी आदेश जारी कर दिए है। यह है मामला

रोहतक गेट स्थित एक निजी अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर सात मई को सीआइए-2 की टीम ने मेडिकल स्टोर संचालक को रेमडेसिविर इंजेक्शन अधिक कीमत में बेचने व उसकी कालाबाजारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसके बाद पुलिस ने रेवाड़ी में छापेमारी कर नर्सिंग स्टाफ व एंबुलेंस चालक को पकड़ा था। मेडिकल स्टोर संचालक के साथ मिलकर नर्सिंग स्टाफ व एंबुलेंस चालक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते थे। यह काम भिवानी व रेवाड़ी में चला रहा था। पांच हजार का इंजेक्शन 35 हजार तक बिका

आरोपित सत्यनारायण ने यह इंजेक्शन पांच से छह हजार में खरीद कर उसे मेडिकल स्टोर संचालक को महंगे दाम पर दिया। उसने भी यह इंजेक्शन 35 हजार रुपये तक दिया था। एक व्यक्ति को जब उसने यह इंजेक्शन बेचा था उसका प्रयोग नहीं होने पर वह उसे वापस देने आया था। हंगामा होने पर ही यह मामला खुला था। बाक्स.

पुलिस के पास अभी लैब की रिपोर्ट नहीं आई है। आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। आदेश जारी कर दिए है। भिवानी के अलावा उनकी तरफ से आसपास कहां-कहां इंजेक्शन बेचे पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।

- अजीत सिंह, पुलिस अधीक्षक, भिवानी।

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