कितलाना टोल पर 171वें दिन छाया पेयजल समस्या का मुद्दा
गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को पीने के लिए पानी तक नहीं मिल रहा है। भिवानी और दादरी दोनों ही जिलों में समस्या गंभीर बनी है।
जागरण संवाददाता, भिवानी :
गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को पीने के लिए पानी तक नहीं मिल रहा है। भिवानी और दादरी दोनों ही जिलों में समस्या गंभीर बनी है। सरकार पूरी तरह से संवेदनहीन बनी है। यह बात भीमराव आंबेडकर व चौधरी छोटूराम विचार मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने कितलाना टोल पर किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जनता टैंकरों से पानी मंगवाना रही है जो उन्हें काफी महंगा पड़ रहा है। यही हाल नहरी पानी का है। बहुत से गांवों में जोहड़ खाली होने से मवेशियों के लिए पानी की भारी किल्लत बनी हुई है। सांसद और भाजपा-जजपा के विधायकों को लोगों की दुख तकलीफ से कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का यह पूछना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि तीन कृषि कानूनों में काला क्या है। उन्हें भाजपा का चश्मा उतार कर संयुक्त किसान मोर्चा नेताओं के साथ बैठक करनी चाहिए ताकि उन्हें इस कानूनों के पीछे छिपी भाजपा की असली मंशा समझ में आ सके। भाजपा का मकसद इन कानूनों की आड़ में अपने चहेते पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाना है। किसान और मजदूर इनकी असलियत जान गए हैं इसलिए लगभग सात महीने से इन कानूनों को रद्द करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर धरने के 171वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप के धर्मबीर फौगाट, किसान सभा के बलबीर बजाड़, गंगाराम श्योराण, प्रताप सिंह,कृष्णा छपार संतोष देशवाल ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि पानी की मांग को लेकर बहुत सी जगह महिलाओं ने मटका फोड़ प्रदर्शन किये हैं। उनके अनुसार जनता को पानी मुहैया करवाना सरकार का नैतिक दायित्व है। धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रणसिंह मान, सुरजभान सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, प्रोफेसर राजेंद्र डोहकी, सुभाष यादव, रणधीर कुंगड़, मंगल सिंह सुई, सत्यवान कालुवाला, सुखदेव सिंह, खुशीराम एडवोकेट, संजय मानकावास, लवली सरपंच, धनपत पैंतावास कलां, मास्टर कृष्ण, रघुबीर सिंह, मास्टर देवेंद्र हड़ौदी इत्यादि मौजूद थे।