मौसम : दिनभर चली शीतलहर, जिले में सामान्य जन जीवन प्रभावित
पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 16 व न्यूनतम 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात की तरह दिन में भी बर्फीली हवा के चलते ठंड का प्रकोप पिछले एक सप्ताह की भांति बना रहा।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी: रविवार को सुबह से ही कड़ाके की ठंड पड़ने, शीतलहर चलने का सिलसिला जारी रहा। दिनभर सायं जैसा नजारा बना रहा तथा सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। मौसम का असर आम जन की दिनचर्या व यहां के सामान्य जनजीवन पर पड़ा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 16 व न्यूनतम 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात की तरह दिन में भी बर्फीली हवा के चलते ठंड का प्रकोप पिछले एक सप्ताह की भांति बना रहा। हालांकि रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण अधिकतर बाजार बंद थे लेकिन छुट्टी के दिन भी खुलने वाले कुछ विशेष बाजारों व स्थानीय पटरी बाजारों में प्रतिकूल मौसम के चलते नाममात्र का ही कारोबार हुआ। अधिकतर दुकानें सुबह काफी देरी से खुलीं व सायं 5 बजे के बाद ही वहां वीरानी दिखाई देने लगी थी। नगर के वे बाजार जहां रात्रि 9 बजे तक रौनक रहती है वहां जरूरी सामान जैसे दूध, दवाइयों, खाने- पीने के सामान को छोड़कर शेष दुकानें बंद रही। जनवरी माह के पहले सप्ताह के शुरूआती दिनों में ठंड का पहले से भी अधिक असर दिखाई दे रहा है। मौसम के जानकारों का कहना है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह तक तापमान में गिरावट आने, शीतलहर चलने, बीच-बीच में धुंध, कोहरा छाए रहने, हल्की वर्षा होने का दौर जारी रहा सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी मैदानी इलाकों को प्रभावित कर रही है। सर्दी में भी पेयजल संकट
सर्दियों मे मौसम में स्वाभाविक रूप से पीने के पानी की मांग काफी कम हो जाती है लेकिन पिछले दो-तीन सप्ताह से दादरी नगर की दर्जनों घनी जनसंख्या वाली कालोनियों में पेयजल संकट बना हुआ है। यहां दो-दो, तीन-तीन दिनों में केवल एक बार पानी की सप्लाई आ रही है। वह भी काफी कम समय के लिए व अपर्याप्त होती है। इसी प्रकार शहर की कई कालोनियों में पहले की तरह दूषित पेयजल आपूर्ति बदस्तूर जारी है। इससे लोगों में रोष बढ़ रहा है। सहारा बनी खुशियों की दीवार
दादरी नगर के कोर्ट रोड पर स्थित खुशियों की दीवार इन दिनों जरूरतमंदों के लिए बड़ा सहारा बनी हुई है। यहां रोजाना, सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को गर्म वस्त्र वितरित किए जा रहे है। खास बात यह भी है कि यहां लोग अपनी मर्जी से अपने पास जरूरत से अधिक गर्म वस्त्र रखकर जाते है। वहीं वस्त्र जरूरतमंदों को वितरित किए जाते है। यहां वस्त्र लेने व देने वाले किसी का कोई नाम रिकार्ड नहीं किया जाता। सावधानियों की दी सलाह
शीतलहर, कड़ाके की ठंड से बचने के लिए स्थानीय चिकित्सकों ने लोगों को कुछ हिदायतें दी हैं।
1. खुले स्थानों पर कम से कम बाहर जाए। जरूरी हो तो शरीर के सभी अंगों को गर्म वस्त्रों से ढके रखें।
2. बच्चों, बुजुर्गों व पहले से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से प्रभावित मरीजों का विशेष ध्यान रखें।
3. किसी भी प्रकार की ठंडी तासीर की खाने-पीने की चीजों का प्रयोग न करें।
4. किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण नजर आने पर समीप के चिकित्सक से तुरंत जांच करवाएं।
5. संक्रमित स्थानों पर आने-जाने से बचे, खाने-पीने में भी सावधानियां बरते।
6. अपने घरों व आसपास पानी खड़ा न रहने दें तथा स्वच्छता के प्रति सजगता बरते।
7. गर्म पानी व तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें, गरिष्ठ भोजन का प्रयोग न करें।