कितलाना टोल पर मनाई शहीद भगत सिंह जयंती, ऐतिहासिक बंद की कामयाबी पर आमजन का जताया आभार
जागरण संवाददाता चरखी दादरी संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद को सफल बनाने के लि
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद को सफल बनाने के लिए दादरी से निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने शहरवासियों के साथ आमजन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि किसानों के कारण ही व्यवसाय फलता फूलता है जिसे व्यापारियों और दुकानदारों ने बखूबी समझा है। उन्होंने जबरदस्त समर्थन देकर किसानों का हौसला बढ़ा सरकार पर दबाव बनाया है। उनके अनुसार ये किसानों, मजदूरों, व्यापारियों और कर्मचारियों की एकजुटता सरकार को झुकने पर विवश कर देगी। उन्होंने कहा कि खापों के साथ इलाके के विभिन्न संगठनों ने सरकार की आंखें खोलकर रख दी हैं। सरकार को जल्द तीन कृषि कानून रद करने के साथ एमएसपी की गारंटी देनी होगी। धरने पर किसान सभा के कामरेड ओमप्रकाश ने अपने संबोधन में शहीद भगत सिंह की 114वीं जयंती के मौके पर उन्हें एक महान क्रांतिकारी, वैज्ञानिक व दूरदर्शी बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भगत सिंह ने 23 वर्ष की अल्पायु में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनको भारत रत्न से सम्मानित किया जाए वह भी कम है। उन्होंने देश की आजादी के बाद किसान मजदूर का राज लाकर शोषणहीन समाज बनाने का संकल्प लिया था जहां जाति-पाति व मजहबी कट्टरता के लिए कोई जगह नहीं होती। आज उन्हीं की विचारधारा को लेकर किसान आंदोलन आगे बढ़ रहा है और एक शोषणहीन समाज बनाने की बुनियाद रख रहा है। इसके लिए काम करना ही उनके जन्म दिन मनाने की सार्थकता होगी। 278वें दिन भी धरना रहा जारी
कितलाना टोल पर धरने के 278वें दिन सांगवान खाप चालीस से नरसिंह सांगवान डीपीई, फौगाट खाप से अतर सिंह समसपुर, किसान सभा से प्रताप सिंह सिंहमार, चौ. छोटूराम डा. आंबेडकर मंच से बलबीर सिंह बजाड़, युवा कल्याण संगठन से सुभाष यादव, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से रामफल देशवाल, महिला मोर्चा से सविता रासीवास, रतनी डोहकी, कृष्णा गोरीपुर व प्रेम शर्मा कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। ये रहे मौजूद
इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, सूरजभान झोझू, आजाद सिंह फौजी, धर्मेंद्र छपार, मास्टर सुरेंद्र गोरीपुर, दिलबाग ढुल, नरेंद्र धनाना, रणधीर घिकाड़ा, ईश्वर सिंह कन्नी प्रधान, मुन्ना पंडित चरखी, जयप्रकाश प्रजापति, जयपाल, रामानंद धानक, शब्बीर हुसैन, शमशेर सांगवान, सत्यवान कालूवाला, बलजीत मानकावास, सूबेदार सतबीर सिंह, रामकिशन चरखी, नंदलाल अटेला इत्यादि मौजूद रहे।