जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की करोड़ों की राशि गबन करने का आरोपित क्लर्क गिरफ्तार

जागरण संवाददाता चरखी दादरी दादरी जनस्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की करोड़ों रुपये की र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:11 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:11 AM (IST)
जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की करोड़ों की राशि गबन करने का आरोपित क्लर्क गिरफ्तार
जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की करोड़ों की राशि गबन करने का आरोपित क्लर्क गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी जनस्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की करोड़ों रुपये की राशि गबन करने वाले आरोपित क्लर्क को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दादरी सिटी थाना पुलिस ने आरोपित को सोमवार को बस स्टैंड परिसर से उस समय गिरफ्तार किया, जब वह यहां पर किसी व्यक्ति से रुपये लेने के लिए आया था। आरोपित क्लर्क सुनील दादरी जिले के गांव भागेश्वरी का रहने वाला है। लेकिन गबन का मामला सामने आने के बाद आरोपित अपनी पत्नी के साथ फरीदाबाद में एक किराये के घर में रह रहा था। न्यायालय द्वारा आरोपित को पांच दिन के रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस द्वारा आरोपित क्लर्क सुनील से की गई शुरूआती पूछताछ में सामने आया है कि उसके द्वारा करीब पौने तीन करोड़ रुपये का गबन किया गया है। उसके द्वारा 2.42 करोड़ रुपये अपनी पत्नी तथा करीब 32 लाख रुपये अपने साले के रेवाड़ी के गांव मीरपुर स्थित एक बैंक के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। गौरतलब है कि जनस्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत कुछ कर्मचारियों ने अपना पीएफ, छुट्टी के बदले नगद भुगतान, पेंशन राशि इत्यादि भुगतान न होने को लेकर गत सितंबर माह में विभाग के कार्यालय में संपर्क किया। जिसके बाद विभाग द्वारा रिकार्ड की जांच की गई। जांच में सामने आया कि विभाग के कार्यालय द्वारा उनके बिल भुगतान के लिए ट्रेजरी कार्यालय में भेजे जा चुके हैं और ट्रेजरी कार्यालय द्वारा भी भुगतान संबंधित बैंक शाखा में भेज दिया गया। इस दौरान जब बैंक खाता नंबर की जांच की गई तो वह संबंधित सेवानिवृत कर्मचारी का न पाकर किसी और के खाता नंबर पाए गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए जनस्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन कार्यकारी अभियंता दलबीर सिंह ने 17 सितंबर को चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया। कमेटी की रिपोर्ट में सामने आया कि सरकारी खजाने की करोड़ों रुपये की राशि पंजाब नेशनल बैंक के दो खातों में भेजी गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि यह सारा भुगतान खजाना कार्यालय के माध्यम से जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में तैनात क्लर्क सुनील द्वारा 10 सितंबर से पहले किया गया है। हैरानी की बात ये भी थी कि 10 सितंबर के बाद से उक्त आरोपित क्लर्क सुनील ड्यूटी से गैर हाजिर चल रहा था।

21 सितंबर को दी गई थी पुलिस को शिकायत

21 सितंबर को विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई के लिए पुलिस को शिकायत दी गई थी तथा संबंधित बैंकों में दरखास्त देकर बैंक खाते भी फ्रिज करवा दिए थे। विभाग द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दादरी सिटी थाना पुलिस ने उक्त क्लर्क के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। 2018 से क्लर्क के पद पर था आरोपित

बताया जा रहा है कि आरोपित सुनील जनस्वास्थ्य विभाग में नियमित कर्मचारी के तौर पर क्लर्क के पद पर 22 मार्च 2018 से 10 सितंबर 2021 तक तैनात रहा है। गबन का मामला सामने आने के बाद 10 सितंबर के बाद से वह ड्यूटी से गैर हाजिर चल रहा था। बताया ये भी जा रहा है कि उक्त क्लर्क सुनील जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में स्थापना शाखा के कार्य की जिम्मेदारी वहन कर रहा था। इसी शाखा के तहत कर्मचारियों के सभी प्रकार के भुगतान किए जाते हैं। कर्मचारी दे रहे हैं धरना

जनस्वास्थ्य विभाग की स्थापना शाखा में तैनात क्लर्क द्वारा करोड़ों रुपये के गबन की जानकारी पाकर दर्जनों की संख्या में सेवानिवृत कर्मचारी 21 सितंबर को वहां एकत्रित हो गए थे। मामले में ठोस कार्रवाई की मांग को लेकर उसके बाद से ही कर्मचारियों द्वारा जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में धरना भी दिया जा रहा है। क्रिकेट मैच के सट्टे में लगाई राशि : जांच अधिकारी

मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी भीम सिंह ने बताया कि आरोपित क्लर्क सुनील को सोमवार को बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया गया है। शुरूआती जांच में करीब पौने तीन करोड़ रुपये का गबन सामने आया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित द्वारा उक्त राशि को आइपीएल क्रिकेट मैच के सट्टों में लगाया गया है। मामले में गहनता से जांच की जा रही है।

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