कितलाना टोल पर धरना जारी, किसान आंदोलन को गति देने के लिए होगी सर्व जातीय, सर्वखाप महापंचायत
किसान आंदोलन को गति देने और दिल्ली बार्डर के धरनों पर भीड़ बढ़ाने के लिए 29 जून को कितलाना टोल पर आयोजित होने वाली सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत ऐतिहासिक होगी।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : किसान आंदोलन को गति देने और दिल्ली बार्डर के धरनों पर भीड़ बढ़ाने के लिए 29 जून को कितलाना टोल पर आयोजित होने वाली सर्वजातीय, सर्वखाप महापंचायत ऐतिहासिक होगी। यह बात फौगाट खाप के प्रधान बलवंत नम्बरदार ने रविवार को कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सात महीने से चल रहे किसान आंदोलन में युवाओं ने अहम भूमिका निभाई है और निरंतर बिना थके हारे जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसान-मजदूरों की एकजुटता ने जनांदोलन को मजबूती दी है। इससे सरकार अंदरखाते घबराई हुई है। श्योराण खाप प्रधान बिजेंद्र श्योराण ने चंडीगढ़ में हजारों की संख्या में राजभवन घेराव के लिए पहुंचे किसान, मजदूरों का आभार जताते हुए कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सबका सांझा संघर्ष रंग लाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को ये कानून रद्द करने ही होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात कहते हैं अब वक्त है कि वे किसानों के मन की बात समझें। 185वें दिन भी जारी रहा धरना
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे कितलाना टोल पर धरने के 185वें दिन सांगवान खाप के कन्नी प्रधान सूरजभान सांगवान, फौगाट खाप उन्नीस के प्रधान बलवंत नंबरदार, श्योराण खाप प्रधान बिजेंद्र बेरला, किसान सभा के करतार सिंह ग्रेवाल, चौगामा खाप के मीरसिंह नीमड़ीवाली, युवा कल्याण संगठन के कमल प्रधान, संष देशवाल, संतरा देवी, रतनी देवी, प्रेम शर्मा, राजबाला कितलाना ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान लगातार विपरीत हालातों से जूझ रहे हैं। एक ओर मौसम की मार तो दूसरी ओर सरकार की प्रताड़ना। उसके बाद भी धरने पर डटे हुए हैं। ये रहे मौजूद
धरने में मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया। इस अवसर पर मा. ताराचंद चरखी, सुरेंद्र कुब्जानगर, राजू मान, सुभाष यादव, सीताराम फौगाट, प्रेम सिंह डोहकी, मुकेश पहाड़ी, पूर्व सरपंच समुंद्र सिंह, लवली सरपंच, रामफल देशवाल, मा. रामकिशन लोहरवाड़ा, प्रो. जगमिद्र सांगवान, जगदीश हुई, मा. कर्ण सिंह, पोपी, सत्यवान कालुवाला, बलजीत, संजय मानकावास, जोगेंद्र ठेकेदार डोहकी, देशराम भांडवा, मौजीराम, मनसुख, ओम नंबरदार चरखी, सूबेदार सतबीर सिंह मौजूद रहे।