कितलाना टोल पर धरना जारी, किसानों ने कहा, सरकार को झुकने पर मजबूर कर देगा 27 का बंद
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद के लिए किसानों ने तैयारियां पूरी कर ली है। किसानों ने कहा कि भारत बंद के दौरान वे पूरी तरह से एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाएंगे तथा सरकार को झुकाने को काम करेंगे। किसान नेता सोमबीर सांगवान कमल सिंह प्रधान ने शुक्रवार को कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द कृषि कानूनों को खत्म करें नहीं तो किसान देश भर में ओर भी बड़ा आंदोलन करेंगे।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर को होने वाले भारत बंद के लिए किसानों ने तैयारियां पूरी कर ली है। किसानों ने कहा कि भारत बंद के दौरान वे पूरी तरह से एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाएंगे तथा सरकार को झुकाने को काम करेंगे। किसान नेता सोमबीर सांगवान, कमल सिंह प्रधान ने शुक्रवार को कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द कृषि कानूनों को खत्म करें नहीं तो किसान देश भर में ओर भी बड़ा आंदोलन करेंगे।
शनिवार को धरने की अध्यक्षता सांगवान खाप से मा. ताराचंद, श्योराण खाप से बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप से धर्मपाल महाराना, जाटू खाप से महाबीर धनाना, छोटूराम अंबेडकर मंच से बलबीर बजाड़, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से दिलबाग ढुल, नींबो डोहकी, कृष्णा डोहकी, बिमला कितलाना, कृष्णा गौरीपुर, लक्ष्मी डोहकी, संतरो कितलाना ने की। मंच संचालन मा. राजसिंह जताई ने किया। किसानों के धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता कमल सिंह प्रधान ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी होने का परिचय देती जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि पहले से घाटे का सौदा बनती जा रही कृषि व किसान को थोड़ी राहत देने का काम करें, लेकिन भाजपा सरकार इसके उल्ट पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। इस दौरान किसान देश भर में अपनी एकता का परिचय देते हुए सरकार को झुकाने का काम करेंगे।
दुष्प्रचार कर रही है सरकार : सोमबीर
धरने को संबोधित करते हुए विधायक सोमबीर सांगवान ने कहा कि देश के किसान पिछले दस माह से कितलाना टोल पर धरनारत है। सरकार इनकी मांग मानने की बजाए दुष्प्रचार कर रही है। यह भाजपा सरकार की निम्न स्तर की सोच है कि वो देश के किसानों के लिए ही आतंकवादी जैसे शब्द इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों किसानों को बर्बाद करने के साथ-साथ आमजन को भी महंगाई की दलदल में डूबाने का काम करेगा। ये रहे मौजूद
इस अवसर पर सुरेंद्र कुब्जानगर, आजाद प्रधान अटेला, कंवर सैन सांगवान, नागेराम, धर्मेंद्र छपार, शमशेर, सत्यवान कालूवाला, विनोद जांगड़ा, सुरेश शर्मा, जयप्रकाश प्रजापत, सुल्तान खान, नरेंद्र धनाना इत्यादि मौजूद रहे।