कितलाना टोल पर धरना जारी, प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर किसानों से शोषण का लगाया आरोप
पुराने भिवानी जिले के बहुत से गांवों में कपास मूंग ग्वार और बाजरे की फसल बर्बाद हो गई है लेकिन बार-बार आवाज उठाने के बाद भी किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यह बात चौ. छोटूराम डा. भीमराव आंबेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने मंगलवार को कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : पुराने भिवानी जिले के बहुत से गांवों में कपास, मूंग, ग्वार और बाजरे की फसल बर्बाद हो गई है लेकिन बार-बार आवाज उठाने के बाद भी किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यह बात चौ. छोटूराम डा. भीमराव आंबेडकर मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने मंगलवार को कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा की आड में किसानों से लूट अब भी बदस्तूर जारी है। उन्होंने कहा कि किसान मुआवजा पाने के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। किसानों के खाते से पैसे काटकर प्राइवेट बीमा कंपनियों को सरकार ने जरूर मालामाल कर दिया है। दादरी से निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप चालीस के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कहा कि सरकार किसानों को प्रताड़ित करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही। केंद्र सरकार ने पहले तीन काले कानून बनाकर किसान- मजदूरों की कमर तोड़कर रख दी और रही सही कसर फसलों की बर्बादी ने पूरी कर दी है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी किसानों को कमजोर समझने की गलती ना करें और सरकार अविलंब किसानों को राहत देने के लिए स्पेशल गिरदावरी के साथ मुआवजे की घोषणा करें। 271 वें दिन भी धरना रहा जारी
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर धरने के 271वें दिन सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप के प्रधान बिजेंद्र बेरला, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, जाटू खाप के मास्टर राजसिंह जताई, निर्मल सिंह नाथूवास, सुभाष यादव, चंद्रकला डोहकी, बिमला कितलाना, सीमा वाल्मीकि ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावों से पहले बड़े बड़े झूठ बोले थे लेकिन समय के साथ उनकी पोल खुल गई है। नरेंद्र मोदी कुर्सी हथियाने के बाद जनता से किए सभी वायदे भूल गए हैं।
ये रहे मौजूद
धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचंद चरखी, सूरजभान सांगवान, आजाद सिंह, सुरेंद्र कुब्जानगर, कप्तान रामफल, राजू मान, रामसिंह तिवाला, रामफल देशवाल, मीरसिंह नीमड़ीवाली, प्रोफेसर जगमिद्र, संतोष देशवाल, सुशीला घणघस, राजबाला कितलाना, पूर्व सरपंच राजकरण पांडवान, सुरेश डोहकी, सत्यवान कालूवाला, सूबेदार सत्यवीर, बिल्लू एडवोकेट, चंद्र सिंह पैंतावास, अत्तर सिंह जांगड़ा, कर्ण सिंह, सुरेश शर्मा, महेंद्र, तस्वीर खान इत्यादि मौजूद रहे।