कितलाना टोल पर धरना जारी, डीएपी खाद किल्लत से परेशान हैं किसान : श्योराण

जागरण संवाददाता चरखी दादरी सरकार किसानों को परेशान करने का कोई मौका हाथ से नही

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Nov 2021 06:10 PM (IST) Updated:Wed, 10 Nov 2021 06:10 PM (IST)
कितलाना टोल पर धरना जारी, डीएपी खाद किल्लत से परेशान हैं किसान : श्योराण
कितलाना टोल पर धरना जारी, डीएपी खाद किल्लत से परेशान हैं किसान : श्योराण

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : सरकार किसानों को परेशान करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही। यही वजह है कि डीएपी के लिए प्रदेश भर में थानों के बाहर किसानों की लंबी लाइनें लगी हैं। यह बात चौधरी छोटूराम डा. भीमराव आंबेडकर विचार मंच के संयोजक गंगाराम श्योराण ने बुधवार को कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण आज महिलाओं को भी भूखे प्यासे कतार में खड़ा होना पड़ रहा है। किसान बीजाई में देरी को लेकर परेशान हैं वहीं सरकार सत्ता के नशे में चूर है। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अगर जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो किसान सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। रिटायर्ड कर्मचारी संघ से जागेराम बजाड़ ने कहा कि केंद्र सरकार की बेरुखी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के संघर्ष को 11 महीने से अधिक का समय बीत गया है। लेकिन सरकार है कि बात तक करने को राजी नहीं है। उन्होंने कहा कि आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों की जान भी जा चुकी है। 320 वें दिन भी धरना जारी

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल के धरने पर 320वें दिन खाप सांगवान से नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप से जगदीश हुई, खाप फौगाट से धर्मबीर समसपुर, गंगाराम श्योराण, किसान सभा से ओमप्रकाश दलाल, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से जागेराम बजाड़, रतनी देवी, विद्या देवी, कमला देवी, ओमली देवी ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर ना तो थके हैं और ना ही हारे हैं। तीन कृषि कानून रद करवाने के साथ एमएसपी की गारंटी लेकर रहेंगे। मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। ये रहे मौजूद

इस अवसर पर सूरजभान झोझू, सुरेंद्र कुब्जानगर, धर्मेंद्र छपार, ईश्वर कोंट, सूबेदार सतबीर सिंह, कप्तान रामफल डोहकी, निहाल सिंह, शमशेर, कृष्ण, रघबीर स्वामी पैंतावास कलां, श्योनारायण, साधुराम, सुरेश, बबलू मानकावास, मा. सुरेंद्र, राजबीर, मौजीराम, राजेंद्र जांगड़ा, ओम प्रजापति, जेपी जांगड़ा, पूर्व सरपंच समुंद्र सिंह, कुलदीप कितलाना भी मौजूद रहे।

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