निजी स्कूल संचालकों ने धरना दिया
सरकार द्वारा पहली से आठवीं तक कक्षाएं न लगाने के निर्णय के
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : सरकार द्वारा पहली से आठवीं तक कक्षाएं न लगाने के निर्णय के विरोध में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने शुक्रवार को दादरी के जिला शिक्षा अधिकारी दफ्तर के सामने धरना देकर रोष जताया। इससे पूर्व निजी स्कूल संचालक शहीद दलबीर सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एकत्रित हुए। यहां से निजी संचालक स्कूलों को खोलने के नारे लगाते हुए जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने पहुंचे।
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान सुरेश सांगवान, प्रदेश सचिव प्रीतम फौगाट ने स्कूल बंद के निर्णय की कड़ी निदा की। उन्होंने कहा कि कोरोना से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए प्राइवेट स्कूल सभी प्रबंध करते हैं। बच्चों की थर्मल स्क्रीनिग, मास्क और शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जाता है। स्कूल भवन सैनिटाइज किए जाते हैं। जब स्कूल सभी प्रबंध कर रहे हैं तो स्कूल बंद क्यों किए जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने निजी स्कूल संचालकों ने एक घंटे तक धरना दिया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी जयप्रकाश सभ्रवाल को स्कूलों को खोलने संबंधी मांग पत्र सौंपा गया। अंधकारमय हो रहा बालकों का भविष्य
निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि सरकार कोरोना की आड़ लेकर विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि स्कूलों को बंद करने का सरकार का आदेश वर्तमान स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। उन्होंने कहा कि छात्र, अभिभावक, शिक्षक अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सजग है। एसोसिएशन ने मांग करते हुए कहा कि सरकार महामारी के कारण आए वित्तीय संकट से उभरने विशेष राहत पैकेज की घोषणा करें। आदेशों की पालना करवाना जिम्मेदारी: डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी जयप्रकाश सभ्रवाल ने बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। इसलिए उनकी जिम्मेदारी है कि वे सरकार द्वारा जारी किए आदेशों की पालना करवाए। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जो मांग पत्र उन्हें सौंपा है उसे वे उच्चाधिकारियों तक पहुंचा देंगे।
ये रहे मौजूद
इस दौरान प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान सुरेश सांगवान, प्रदेश सचिव प्रीतम फौगाट, जिला सचिव विक्रम फौगाट, कृष्ण कुमार, जिला उपप्रधान देवेंद्र हड़ौदी, बौंद ब्लाक प्रधान हरिसिंह, बाढड़ा ब्लाक प्रधान सुनील कुमार, जगदीश अटेला, मुन्ना लाल कादमा, सज्जन डांडमा, सुरेश सोलंकी, प्रमेंद्र चितौड़िया, सतेंद्र जाखड़, मुन्नालाल गुप्ता, जयबीर सांजवास, जगमोहन रानीला, कृष्ण सांगवान, योगेंद्र सिंह, अजय कुमार, मुकेश जाखड़ सहित जिले के निजी स्कूलों संचालक, स्टाफ सदस्य, कर्मचारी मौजूद रहे।