स्वार्थो के लिए समाज में फूट डाल रहे है राजनीतिक दल : यशपाल मलिक
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक न
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के लिए समाज के भाईचारे में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। यह कदम अनुचित है इसे कतई सहन नहीं किया जाएगा। 12 अगस्त को रोहतक जिले के गांव जसिया में आरक्षण आंदोलन की रणनीति का खुलासा किया जाएगा। इससे पूर्व 6 अगस्त को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर आंदोलन संबंधी सुझाव मांगें जाएंगे।
यशपाल मलिक रविवार को दादरी की नई अनाज मंडी में भाईचारा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन की अध्यक्षता रामकुमार सोलंकी ने की। यशपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की सभी पाíटयों के नेता खापों पर कब्जा करके आपसी भाईचारा को खराब कर रहे हैं। ये नेता अपना व पाíटयों के नाम पर कौम में बंटवारा करके वोट के लिए अपना स्वार्थ साधने में जुटे हुए हैं। यहां तक कि ये नेता समाज के लिए एकत्रित किया गया चंदा भी डकार गए हैं। उन्होंने कहा कि 16 अगस्त से हरियाणा में शांतिपूर्ण आंदोलन की शुरूआत करेंगे।
मलिक ने प्रदेश सरकार सहित मंत्रियों व नेताओं पर भी वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने समझौते के बाद भी जाट समाज के साथ-साथ सभी बिरादरियों में फूट डाली है। जिसका खामियाजा आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा। जाट समाज शांतिपूर्ण तरीके से आरपार की लड़ाई को जारी रखेगा। यशपाल मलिक ने नेताओं के साथ-साथ समाज के कुछ लोगों पर भी आरोप लगाया कि आरक्षण आंदोलन के दौरान एकत्रित किया गया चंदे का उन लोगों ने दुरुपयोग किया हैं। ऐसे लोगों की असलियत समाज के सामने लाई जाएगी। जो समिति पर चंदा एकत्रित करने का आरोप लगा रहे हैं वे लोग सरकार के मिले हुए हैं और सरकार के इशारे पर समाज को बांटने का कार्य कर रहे हैं। जाटों के नाम पर हो रही सियासत
समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा ने कहा कि जो लोग जाटों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, वे समाज का भला नहीं कर सकते। इस बार हम किसी राजनेता पर विश्वास किए बिना अपने स्तर पर आरक्षण पाने तक लड़ाई लड़ेंगे। समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी महेंद्र ¨सह पूनिया, समिति के दादरी जिलाध्यक्ष राजकुमार हड़ौदी, विधानंद हंसावास, अनोखी देवी, हलकाध्यक्ष देवेंद्र उर्फ लीलाराम समसपुर, पूर्व हैडमास्टर मोतीराम कलकल, श्योराण खाप 25 प्रधान बिजेंद्र बेरला, राजबीर शास्त्री चिड़यिा अलावा अन्य कई पदाधिकारियों ने सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व डीडीपीओ जगराम मान, राजेंद्र ¨सह डोहकी, किसान नेता कमल ¨सह मांढी, पूर्व सरपंच सुरेंद्र ¨सह समसपुर,देवेंद्र जाखड़ बिगोवा, जीवनराम डोहका, वीरेंद्र पहलवान बडराई, पहलवान कृष्ण छिल्लर, इंद्र ¨सह दूधवा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे। सीबीआइ चार्जशीट पर सवाल उठाए मलिक ने
सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए यशपाल मलिक ने सीबीआइ द्वारा जारी चार्जशीट मामले को लेकर कहा कि सरकार के इशारे पर फर्जीवाड़े की चार्जशीट जारी की गई है। इसमें वर्ष 2016 में भाजपा मंत्रियों व नेताओं के समर्थकों ने आंदोलन शुरू किया। उनके नाम चार्जशीट में शामिल नहीं कर सरकार की मिलीभगत का पता चलता है। मलिक ने आरक्षण की जांच कर रहे सीबीआइ के अधिकारियों को हटाकर नए अधिकारी शामिल करके जांच करवाने की मांग की। मलिक ने कहा कि इस मामले को लेकर समिति जल्द ही हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अधिकारियों को बदलने की मांग करेगी।