वेबिनार के माध्यम से हुए कवि सम्मेलन में फूटी काव्य फूलझड़ियां
सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में वेबिनार के जरिये हुए कवि सम्मेलन में कवियों काव्य की खूब फूलझड़ियां फोड़ीं। यह सम्मेलन कवि राजेश चेतन के नाम रहा। उनके जन्मदिन पर इसका आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, भिवानी : सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में वेबिनार के जरिये हुए कवि सम्मेलन में कवियों काव्य की खूब फूलझड़ियां फोड़ीं। यह सम्मेलन कवि राजेश चेतन के नाम रहा। उनके जन्मदिन पर इसका आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन कोविड-19 के कारण सदन में ना होकर •ाूम से जुड़कर घर बैठे कवियों की कविताओं का आनंद लिया। इसका विषय था राम कहानी- कवियों की जुबानी।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ सांस्कृतिक मंच के प्रोफेसर जयपाल शास्त्री द्वारा सरस्वती वंदना व संस्कृत में संबोधन करके किया गया। ज्ञान गंगा के नाम से इस कार्यक्रम को चेतना व एफपीआरटी द्वारा आयोजित किया। पद्मश्री सुनील जोगी, भीलवाड़ा से जोगेंद्र शर्मा तथा बाबा सत्यनारायण मौर्य ने अपनी रचनाओं से काव्यप्रेमियों को आनंदित किया। उसके उपरांत सांस्कृतिक मंच के वरिष्ठ सदस्य जगत नारायण शर्मा व संदीप वधवा द्वारा सभी सदस्यों का परिचय कराया गया।
मंच के अध्यक्ष अनीता नाथ ने अपने स्वागत वक्तव्य में अपने संबोधन में कहा कि 13 वर्षों से चला आ रहा राजेश चेतन काव्य पुरस्कार आगामी वर्ष में दिया जाएगा। साथ में सभी कवियों का स्वागत किया और सभी ने मिलकर राजेश चेतन को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी।
सर्वप्रथम भीलवाड़ा राजस्थान के कवि योगेंद्र शर्मा ने अपनी कविता सियारों की बस्ती में कोई शेर तो होगा सौ करोड़ की भीड़ में कोई तो बजरंग बली होगा। हम भारत के बेटों को मरने की परवाह नहीं उसके उपरांत सुनील जोगी उत्तर प्रदेश ने अपने काव्य पाठ में सुनाया, मंदिर का ताना-बाना बुना राम ने पूजन को मोदी को चुना राम ने अब रामलला को विश्राम मिलेगा अयोध्या में भव्य राम धाम बनेगा। बाबा सत्यनारायण मौर्य ने राम मंदिर पर अपनी भावपूर्ण रचना सुनाकर सभी घर बैठे श्रोताओं का मन मोह लिया। इस दौरान हास्य कवियों ने अपनी रचनाओं से हंसी की खूब फूलझ़ड़ियां फोड़ी।
वेबिनार का संचालन भिवानी परिवार मैत्री संघ के पूर्व महासचिव प्रमोद शर्मा ने किया। मंच के सदस्यों रणविजय, घनश्याम शर्मा, गजराज जोगपाल, कल्पना शर्मा, जगत नारायण, संदीप वधवा, हिना वधवा, अनीता नाथ, शशि परमार, अक्षत और भिवानी के अनेक श्रोताओं ने आज के काव्य पाठ का आनंद घर बैठे लिया।