सीवरेज पाइप टूटने से बना गड्ढा, रोष

स्थानीय जनस्वास्थ्य विभाग प्रशासन की अनदेखी के चलते सीवरेज लाइनों

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:05 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:05 PM (IST)
सीवरेज पाइप टूटने से बना गड्ढा, रोष
सीवरेज पाइप टूटने से बना गड्ढा, रोष

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : स्थानीय जनस्वास्थ्य विभाग, प्रशासन की अनदेखी के चलते सीवरेज लाइनों के टूटने, फूटने, स्थान-स्थान पर गड्ढे होने से हालात किस कदर गंभीर बने हुए हैं इसका एक नजारा दादरी नगर के तिकोना पार्क के समीप आरओबी के नीचे कालेज रोड पर देखा जा सकता है। यहां सीवरेज के डिस्पोजल के समीप पाइपलाइन टूटने से मुख्य सड़क पर एक बड़ा गड्ढा बन गया है। इसी के साथ यहां गंदा पानी भी भरा रहता है। इस समस्या से क्षुब्ध स्थानीय दुकानदारों ने जनस्वास्थ्य विभाग के रवैये पर रोष जताते हुए रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

रेलवे ओवरब्रिज के नीचे यह सड़क दर्जनभर शिक्षण संस्थानों, महेंद्रगढ़, दादरी मुख्य मार्ग से जुड़ी तथा शहर की ओर जाने वाली मुख्य सड़क है। यहां ये हालात कुछ दिनों से नहीं बल्कि पिछले छह माह से बने हुए हैं। इससे न केवल हर समय हादसों का अंदेशा बना रहता है बल्कि आसपास का समस्त वातावरण दुर्गंधमय बना हुआ है। संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंकाओं के चलते दुकानदारों की चिताएं बढ़ी रहती हैं। पिछले तीन माह के दौरान सड़क के बीच बने गंदे पानी के गड्ढों के कारण कई छोटी दुर्घटनाएं भी घट चुकी हैं। नहीं हो रही सुनवाई

दादरी नगर के तिकोना पार्क के साथ आरओबी के नीचे कालेज रोड के दुकानदारों उमेश कुमार सैनी, सत्येंद्र यादव, आकाश, प्रवीन यादव, ललित कुमार, नरेश सैनी, पवन कुमार, दिनेश गर्ग, नरेश सोनी इत्यादि ने बताया कि उन्होंने कुछ समय पहले यहां गड्ढा भरवाने, सीवरेज के पानी के पाइप को ठीक करवाने, दूषित पानी की निकासी को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग, प्रशासन के अधिकारियों से लिखित व मौखिक रूप से शिकायतें की थी। लेकिन कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। बाद में उन्होंने सीएम विडो में भी शिकायत की लेकिन समाधान नहीं हो सका। रोष प्रदर्शन किया

तिकोना पार्क के समीप आरओबी के नीचे कालेज रोड पर सीवरेज का पानी भरने से गड्ढा बनने, हादसों की आशंकाएं बने रहने से क्षुब्ध दुकानदारों ने रोष प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने, न्यायालय की शरण को मजबूर होंगे।

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