पेयजल संकट को लेकर एक्सईएन से मिला प्रतिनिधिमंडल, बद हालातों पर जताई नाराजगी

जागरण संवाददाता चरखी दादरी दादरी शहर में बनी पेयजल की किल्लत को लेकर वरिष्ठ नागरिक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:33 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:33 AM (IST)
पेयजल संकट को लेकर एक्सईएन से मिला प्रतिनिधिमंडल, बद हालातों पर जताई नाराजगी
पेयजल संकट को लेकर एक्सईएन से मिला प्रतिनिधिमंडल, बद हालातों पर जताई नाराजगी

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी शहर में बनी पेयजल की किल्लत को लेकर वरिष्ठ नागरिकों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जनस्वास्थ्य विभाग के चंपापुरी स्थित कार्यकारी अभियंता कार्यालय में पहुंचा। यहां अधिकारियों, कर्मचारियों के समक्ष समस्या रखते हुए मंडल सदस्यों ने जलघर टैंकों के हालात भी देखे। चंपापुरी स्थित जलघर में पहुंचे जनहित सोसायटी प्रधान वेदपाल ठेकेदार, जीवन राम डोहका, आरसी पूनिया, विनोद वाल्मीकि, दिनेश बेनीवाल, कप्तान रतन सिंह, जसविद्र, रामपाल जाखड़, जयवीर जाखड़ इत्यादि ने कहा कि नगर के अधिकतर हिस्से में रहने वाले लोगों के लिए जहां पानी एकत्रित किया जाता है वे वाटर टैंक लगभग तीन से चार फुट तक गाद से भरे हैं। पिछले चार पांच साल से इनकी सही सफाई नहीं हुई है। पहले रेती, रोड़ी, बजरी, कंकरीट इत्यादि का इस्तेमाल पानी की सफाई में होता था लेकिन वह भी नजर नहीं आ रहा। सबसे बुरे हालात टैंक से नहर तक पेयजल सप्लाई के नाले के हैं। उसकी चौड़ाई इतनी कम है कि आवश्यकता अनुसार पानी बहाव की क्षमता नहीं है। दूसरी तरफ इसकी सफाई न होने से यह धूल, मिट्टी, पशुओं के गोबर, कूड़े से अटा है। पेयजल आपूर्ति नाले में कई लोगों द्वारा अपने शौचालय का गंदा पानी भी छोड़ा जा रहा है। आरसी पूनिया ने कहा कि मानव मल के साथ जो विषाणु शरीर से बाहर आते हैं वे इस पानी में घुलकर मुंह के रास्ते जिसके शरीर में प्रवेश करेंगे वह घातक बीमारियों का शिकार होगा। नहर से बड़े जलघर तक खुले नाले में ऐसी संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता है। वेदपाल ठेकेदार ने बताया कि शहर को सप्लाई किए जाने वाले पानी का टीडीएस 2834 है। कार्यकारी अभियंता के कार्यालय में पक्षियों के लिए रखे सकोरों में पानी का टीडीएस 1364 है। जीवनराम डोहका ने कहा कि शहर को स्वच्छ जल पिलाने के दावे करने वालों को खुद अपने ही पानी की शुद्धता पर भरोसा नहीं है। समस्त अधिकारी व कर्मचारी आरओ का पानी पीते हैं। इस दौरान कार्यकारी अभियंता ने प्रतिनिधिमंडल को जल्द ही स्थिति में सुधार का भरोसा दिया। मंडल सदस्यों ने कहा कि दादरी की जनता कोरोना से तो सावधानी के साथ बच सकती है लेकिन जल जनित बीमारियां उसके लिए परेशानी बन रही हैं। सभी ने जिला प्रशासन से मांग की कि दादरी शहर की जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का शेड्यूल जारी किया जाना चाहिए।

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