शुक्रवार को सरकारी विभाग तो रविवार को आमजन मनाएं ड्राई डे : नरवाल
मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार को और आमजन को रविवार को ड्राई-डे के रूप में मनाना चाहिए।
जागरण संवाददाता, भिवानी : मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार को और आमजन को रविवार को ड्राई-डे के रूप में मनाना चाहिए। घर पर अपने कूलर-गमले आदि खाली रखें और उनकी सफाई करें। यह आदेश अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए सभागार में जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की समीक्षा करते हुए दिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक करें ताकि लोग बारिश के मौसम के दौरान इन बीमारियों से बच सकें। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में फोगिग मशीन नहीं हैं, वहां पर पंचायत विभाग के माध्यम से फोगिग मशीन खरीदी जाएं तथा शेड्यूल बनाकर फोगिग का कार्य करवाया जाए। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि शहर व गांवों में पानी लीकेज वाली जगहों को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग, रोडवेज, वन व अन्य विभागों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने कार्यालयों में पानी के ठहराव वाली जगहों को साफ रखें। उन्होंने शहरी क्षेत्र में नगर परिषद-नगर पालिका व ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत विभाग के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग अपनी वर्कर के माध्यम से महिलाओं को डेंगू व मलेरिया से बचाव के बारे में जागरूक करें।
उन्होंने रोडवेज विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे वर्कशाप आदि में खराब टायर न रखें, जिनमें पानी का ठहराव होता हो। बैठक में डा. आशीष ने प्रोजेक्टर पर मलेरिया से संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पानी के ठहराव वाली जगहों को चिह्नित कर गंबूजिया मछली डाली जा रही हैं। बैठक के दौरान स्वास्थ्य निरीक्षक जगदीश जांगड़ा ने उनकी पत्नी हिदी अध्यापिका मधुबाला द्वारा निर्मित मास्क वितरित किए। इस दौरान डा. लोवांशु सिंह, डा. रीटा, डा. राहुल दीवान, नवीन कुमार, स्वास्थ्य निरीक्षक जगदीश जांगड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण, डीपीओ परीनीता गोस्वामी, वर्कशाप से वर्क मैनेजर संदीप सिंह, लोहारू नपा सचिव तेजपाल सिंह, मछली पालन विभाग से विकास तंवर, सफाई निरीक्षक संजय कुमार आदि मौजूद थे।
मलेरिया के लक्षण
ठंड (कंपकपी) के साथ बुखार आना, उल्टी होना या उल्टी जैसा लगना, शरीर में एठन एवं दर्द, सिरदर्द, चक्कर आना, थोड़ी देर में पसीने के साथ बुखार आना एवं पुन: कुछ समय के अंतराल में बुखार आना।
डेंगू के लक्षण
अचानक तीव्र ज्वर का होना, सिर अगले भाग व आंखों के पिछले भाग, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होना, खसरा जैसे दाने छाती व हाथ के उपरी भाग पर निकल आना एवं भूख का कम होना एवं उल्टी का होना।
चिकनगुनिया के लक्षण
तेज बुखार के साथ मांसपेशियों में तथा जोड़ों में तेज दर्द, भूख कम लगना एवं कमजोरी व जी घबराना आदि चिकनगुनिया के लक्षण हैं।
बचाव के लिए क्या करें
बुखार आने पर स्वास्थ्य केंद्र में खून की जांच करवाएं, डेंगू-चिकनगुनिया के लक्षण पाए जाने पर सिविल सर्जन कार्यालय के कमरा नंबर 227 में तुरंत निश्शुल्क जांच करवाएं। समय-समय पर कूलर का पानी बदलते रहे, शरीर को ढककर रखें, पूरी बाजू की शर्ट व कपड़े पहने, पानी की टंकियों, टैंक ढककर रखें व उन्हें समय-समय पर रगड़कर साफ करें तथा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
क्या न करें
पानी को गमलों, बाल्टी गड्ढों आदि में खड़ा न होने दे, टायर, ट्यूब, टूटे फूटे गमले, बर्तन आदि सामान जिसमें बरसाती पानी एकत्रित हो सकता हो उन्हें खुले में ना रखें। अपने घर व गली में मच्छर पैदा ना होने दे तथा यदि घरों व कार्यालय में मच्छर के अंडे व लारवा पाया जाता है तो चालान व जुर्माना किया जा सकता है।
ध्यान दें
डेंगू बुखार में स्वयं दवा खाने से बचें, डेंगू व मलेरिया नाशक दवाई के छिड़काव के उपरांत दो मास तक उस पर सफेदी न करें, नीम-हकीमों के चक्कर में ना पड़े तथा तेज बुखार के साथ उल्टी, सिरदर्द व बेहोशी होने पर रोगी को अस्पताल ले जाने में देरी न करें।