दादरी नगर परिषद चेयरमैन पद सामान्य वर्ग के कोटे में, चुनावी सरगर्मियां बढ़ी
जागरण संवाददाता चरखी दादरी आगामी समय में होने वाले दादरी नगर परिषद चुनाव में चेयरमैन पद
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : आगामी समय में होने वाले दादरी नगर परिषद चुनाव में चेयरमैन पद पर किस्मत आजमाने को सभी के लिए दरवाजे खुल गए हैं। मंगलवार को पंचकूला में शहरी निकाय विभाग के महानिदेशक के कार्यालय में ड्रा के जरिये चेयरमैन पद के लिए आरक्षित सीटों का चयन किया गया। जिसमें दादरी नगर परिषद चेयरमैन की सीट सामान्य वर्ग के खाते में आई है। ऐसे में आगामी चुनाव में सामान्य सहित किसी भी वर्ग के पुरुष या महिला चेयरमैन पद के लिए ताल ठोक सकते हैं। दादरी नगर परिषद चेयरमैन की सीट सामान्य वर्ग के कोटे में आने के बाद परिषद चुनाव को लेकर सरगर्मियां शुरू हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार कई नए चेहरे चेयरमैन पद के लिए चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। चेयरमैन पद के संभावित उम्मीदवारों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों से सहयोग को लेकर अपील करनी शुरू कर दी है। खास बात यह भी है कि इस बार नगर परिषद चेयरमैन का चुनाव सीधे मतदाताओं द्वारा ही किया जाएगा। जबकि इससे पहले चेयरमैन व वाइस चेयरमैन का चुनाव जनता द्वारा चुने गए पार्षदों द्वारा किया जाता था। ऐसे में इस बार होने वाले नगर परिषद के चुनावों में काफी रोमांचक मुकाबले होने की संभावनाएं हैं। जनवरी में हो चुका वार्डों का ड्रा
गत जनवरी में हुई ड्रा प्रक्रिया के दौरान दादरी नगर परिषद के सभी 21 वार्डों में से एक तिहाई वार्डों को महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। पिछले चुनावों में महिलाओं के लिए वार्ड 1, 9, 13, 15, 17, 20 व अनुसूचित वर्ग महिला के लिए वार्ड 14 आरक्षित था। जनवरी में हुए ड्रा के अनुसार अब महिलाओं के लिए वार्ड 2, 3, 7, 16, 18, 21 व अनुसूचित वर्ग महिला के लिए वार्ड 12 आरक्षित होगा। वहीं अनुसूचित वर्ग के लिए वार्ड 11 व 14 आरक्षित रहेंगे। इसी प्रकार पिछड़े वर्ग के लिए वार्ड 5 व 8 को आरक्षित घोषित किया गया है। 20 जून को कार्यकाल हो चुका पूरा
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दादरी नगर परिषद के चेयरमैन, वाइस चेयरमैन व पार्षदों का कार्यकाल बीती 20 जून को ही पूरा हो चुका है। कार्यकाल पूरा होने पर 21 जून को एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह ने नगर परिषद के प्रशासक का कार्यभार संभाल लिया है। संभावना जताई जा रही है कि पंचायत चुनावों के साथ ही नगर परिषद के चुनाव करवाए जाएंगे। तब तक एसडीएम ही प्रशासक के रूप में नगर परिषद का कार्य देखेंगे।